भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच मच अवेटेड टेस्ट सीरीज शुरू होने वाली है। तीन मैच की सीरीज का पहला टेस्ट 26 दिसंबर से सेंचुरियन में खेला जाएगा। विराट कोहली की कप्तानी में खेल रही टीम इंडिया ने ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड में धमाकेदार प्रदर्शन किया था। भारतीय टीम को फिर से कुछ ऐसा ही करने की उम्मीद है और फैंस भी यही चाहते हैं। भारत के कई प्रमुख खिलाड़ियों को हाल ही न्यूजीलैंड के खिलाफ घरेलू सीरीज में आराम दिया गया था और अब वे बढ़िया वापसी करने को बेकरार हैं। हालांकि इस बीच दाएं हाथ के पूर्व सलामी बल्लेबाज व कमेंटेटर आकाश चोपड़ा ने टीम इंडिया की कुछ खामियों को लेकर गहरी चिंता जताई है। चोपड़ा ने अपने यूट्यूब चैनल पर बात करते हुए कहा कि टीम इंडिया की सलामी जोड़ी बहुत अच्छा नहीं कर रही है।
अगर ओपनर अच्छा नहीं करते हैं तो टीम अच्छा नहीं करेगी। हमने इंग्लैंड में बेहतर किया क्योंकि रोहित शर्मा और लोकेश राहुल के प्रदर्शन में निरंतरता रही, लेकिन इस बार रोहित टीम में नहीं हैं, जो एक समस्या हो सकती है। रोहित की गैर मौजूदगी में मयंक अग्रवाल और राहुल यह जिम्मेदारी संभालेंगे। दोनों ने करियर की शुरुआत बॉक्सिंग डे टेस्ट से की थी और अब टीम में वापसी हुई है। इस दौरान रोहित शर्मा, शुभमन गिल और पृथ्वी शॉ ने भारत के लिए ओपनिंग की।
जिस तरह के टीम के बल्लेबाज संघर्ष कर रहे हैं वह चिंता की बात है। मिडिल ऑर्डर में प्रदर्शन करने में निरंतरता की जरूरत है। इस साल चेतेश्वर पुजारा, विराट कोहली और अजिंक्य रहाणे बेहतर प्रदर्शन करने में नाकाम रहे हैं। पिछली बार जब भारतीय टीम दौरे पर आई थी तो कोहली ने सर्वाधिक 286 रन बनाए थे। उनका औसत 47 का रहा। उनके अलावा दूसरे बल्लेबाज कुछ खास नहीं कर पाए। अगर आप 4-5 सत्र में अच्छी बैटिंग नहीं करते हैं तो जीतना मुश्किल हो जाता है।
जाफर ने सात बल्लेबाज और चार गेंदबाजों पर जताया भरोसा
दाएं
हाथ के पूर्व भारतीय बल्लेबाज वसीम जाफर ने पहले टेस्ट के लिए अपनी पसंदीदा
एकादश का ऐलान किया है। उन्होंने अजिंक्य रहाणे को टीम में रखकर सभी को
हैरान कर दिया। दरअसल कई विशेषज्ञों का मानना है कि रहाणे की जगह श्रेयस
अय्यर को उतारा जाएगा। रहाणे काफी समय से फॉर्म में नहीं है जबकि श्रेयस ने
न्यूजीलैंड के सामने बेहतरीन प्रदर्शन किया था। हालांकि जाफर ने
रहाणे-श्रेयस दोनों को रखा है और पांच के बजाय चार गेंदबाजों पर ही भरोसा
जताया है। जाफर का मानना है कि दक्षिण अफ्रीका की कठिन परिस्थियों को ध्यान
में रखते हुए बल्लेबाजी को मजबूत करने की जरूरत है और मैंने चार गेंदबाज
ही चुने हैं। भारत ने 2018 में दक्षिण अफ्रीका में छह पारियों में केवल एक
बार 250+ बनाया और यही कारण है कि हम सभी 3 टेस्ट में 20 विकेट लेने के
बावजूद सीरीज हार गए।
ऐसे में अतिरिक्त बल्लेबाज जरूरी है। मैं 7+4
के साथ जाऊंगा। भारतीय गेंदबाज अपनी टीम को गेम में रखेंगे। भारतीय तेज
गेंदबाजी अब काफी अनुभवी है। जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद शमी के पास काफी
अनुभव है। भारत का ऑलराउंड गेंदबाजी आक्रमण है। मैं कहता रहा हूं कि अगर
भारत 400 से अधिक का स्कोर बनाता है, तो इस बात की अधिक संभावना है कि वह
मैच जीतेगा। हमारा गेंदबाजी आक्रमण उच्च स्तर का है। बल्लेबाजों के लिए
स्कोर बोर्ड पर स्कोर लगाने की चुनौती है। यह एक समस्या रही है।
टीम : मयंक
अग्रवाल, लोकेश राहुल, चेतेश्वर पुजारा, विराट कोहली (कप्तान), अजिंक्य
रहाणे, श्रेयस अय्यर, ऋषभ पंत (विकेटकीपर), रविचंद्रन अश्विन, मोहम्मद शमी,
जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद सिराज।