ICC ने केपटाउन पिच पर सुनाया फैसला, दिया एक डिमेरिट अंक, 107 ओवर ही चल सका था केपटाउन टेस्ट

इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (आईसीसी) ने भारत बनाम दक्षिण अफ्रीका केपटाउन टेस्ट की खराब पिच पर अपना फैसला सुना दिया है। आईसीसी ने केपटाउन के न्यूलैंड्स मैदान में खेले गए मैच की पिच को असंतोषजनक करार देते हुए एक डिमेरिट अंक दिया है। यह फैसला आईसीसी पिच और आउटफील्ड मॉनिटरिंग प्रोसेस के तहत लिया गया। बता दें कि यह इतिहास का सबसे छोटा टेस्ट मैच था, जो दो दिन के भीतर समाप्त हो गया था। मैच में केवल 107 ओवर यानी 642 गेंदें फेंकी गईं। भारत ने केपटाउन में सात विकेट से जीत हासिल कर दो मैचों की टेस्ट सीरीज 1-1 से बराबर की।

भारतीय क्रिकेट टीम ने हाल ही में साउथ अफ्रीका दौरे पर इतिहास रचा है। उसने पहली बार केपटाउन के न्यूलैंड्स क्रिकेट मैदान पर कोई टेस्ट मैच जीता था. यह भारत की ऐतिहासिक जीत रही। मगर इस जीत के बाद अब इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (ICC) ने इस पिच को लेकर एक बयान जारी किया है।

आईसीसी इस पिच से असन्तुष्ट है। यही कारण है कि उसने सजा के तौर पर केपटाउन स्टेडियम को एक डिमेरिट पॉइंट भी दिया है। बता दें कि भारतीय टीम ने इस मैदान पर साउथ अफ्रीका को 2 दिन के अंदर 7 विकेट से करारी शिकस्त दी।

मैच रेफरी क्रिस ब्रॉड ने अपनी रिपोर्ट सौंपी


ICC मैच रेफरी क्रिस ब्रॉड ने मैच ऑफिशियल्स और भारतीय कप्तान रोहित शर्मा के साथ साउथ अफ्रीकी कैप्टन डीन एल्गर से पिच लेकर बात की थी। इसके बाद क्रिस ब्रॉड ने न्यूलैंड्स की पिच को लेकर अपनी एक रिपोर्ट सौंपी। इसमें मूल्यांकन के बाद केपटाउन की न्यूलैंड्स पिच को 'असंतोषजनक' माना गया। साथ ही सजा के तौर पर एक डिमेरिट पॉइंट भी दिया।

क्रिस ब्रॉड ने रिपोर्ट में कहा, 'न्यूलैंड्स की पिच बल्लेबाजी के लिए बेहद मुश्किल थी। पूरे मैच के दौरान बॉल कभी तेजी से, तो कभी खतरनाक तरीके से उछलती रही। यही कारण था कि बल्लेबाज के लिए शॉट खेलना मुश्किल था। कई बार बॉल बल्लेबाजों के ग्लव्स पर लगी और असमान उछाल के कारण विकेट भी गिरे।'

पिच को लेकर क्या है ICC का नियम

ICC की पिच और आउटफील्ड मॉनिटरिंग प्रॉसेस के तहत सभी मैचों के दौरान पिच और आउटफील्ड पर नजरें रहती हैं। यदि किसी पिच या आउटफील्ड को खराब, असंतोषजनक या बेहद खराब आदि स्तर का बताया जाता है, तो उस वेन्यू को कुछ डिमेरिट प्वाइंट दिए जाते हैं।

यदि कोई वेन्यू 5 साल के अंदर 6 या उससे ज्यादा डिमेरिट अंक हासिल करता है, तो उसे 12 महीने के लिए बैन कर दिया जाता है। यानी उस वेन्यू पर एक साल तक कोई इंटरनेशनल मैच नहीं होता है। 12 डिमेरिट अंक होने पर 24 महीने की पेनल्टी है। ये अंक लगातार पांच साल की अवधि तक एक्टिव रहते हैं। क्रिकेट दक्षिण अफ्रीका के पास फैसले के खिलाफ अपील करने के लिए 14 दिन का समय है।

107 ओवर ही चल सका था केपटाउन टेस्ट


ज्ञातव्य है कि भारतीय टीम और साउथ अफ्रीका के बीच केपटाउन टेस्ट डेढ़ दिन में ही खत्म हो गया था। मैच में टॉस जीतकर पहले बैटिंग करते हुए अफ्रीकी टीम 55 रनों पर सिमट गई थी। इसके बाद पहले ही दिन भारतीय टीम भी 153 रनों पर ढेर हो गई थी। मगर दूसरे दिन मेजबान अफ्रीकी टीम 176 रन बनाकर 79 रनों का टारगेट सेट किया। इसके जवाब में भारतीय टीम ने 3 विकेट गंवाकर मैच जीत लिया। यह मैच कुल 107 ओवर ही चल सका था।