बाएं हाथ के पूर्व ओपनर गौतम गंभीर ने टीम इंडिया के दाएं हाथ के प्रमुख बल्लेबाज अजिंक्य रहाणे को लेकर रिएक्शन दी है। गंभीर का मानना है कि रहाणे के लिए आगामी दक्षिण अफ्रीका दौरे पर टेस्ट की अंतिम एकादश में जगह बनाना मुश्किल हो सकता है। गंभीर ने स्टार स्पोर्ट्स के शो फॉलो द ब्लूज में कहा कि रहाणे से ऊपर श्रेयस अय्यर या हनुमा विहारी को वरीयता दी जा सकती है। इस वजह से उनका अंतिम एकादश में खेलना मुश्किल लग रहा है। आप श्रेयस को उनके हालिया फॉर्म को देखते हुए ड्रॉप नहीं कर सकते। इसके अलावा हनुमा का प्रदर्शन भी अच्छा रहा है।
हालांकि, इसी शो का हिस्सा रहे भारत के पूर्व बल्लेबाजी कोच संजय बांगड़ ने कहा कि रहाणे ने पहले शानदार प्रदर्शन किया है, लेकिन वे भी प्लेइंग इलेवन में उनकी जगह को लेकर विश्वस्त नहीं दिखे। रहाणे ने दक्षिण अफ्रीका के पिछले दौरे पर खेले 3 टेस्ट में 53.20 की औसत से 266 रन बनाए थे। रहाणे के इसी अनुभव और प्रदर्शन को देखते हुए चयनकर्ताओं ने उन्हें टीम में जगह दी है। वैसे पिछले एक साल में रहाणे के बल्ले से टेस्ट क्रिकेट की पिच पर कुछ खास देखने को नहीं मिला है। वे हाल ही न्यूजीलैंड के खिलाफ एक टेस्ट में कप्तान थे और उसमें भी उनका बल्ला नहीं चला। इस कारण उन्हें 26 दिसंबर से शुरू होने वाले पहले टेस्ट से बाहर रखा जा सकता है।
रोहित का शांत स्वभाव पूरी टीम की मदद करता है : गंभीर
गंभीर
ने रोहित शर्मा को वनडे कप्तानी दिए जाने पर भी अपनी राय रखी। गंभीर ने
कहा कि मुझे लगता है कि यह भारतीय क्रिकेट के लिए अच्छा है कि अब हमारे पास
दो कप्तान हैं। एक रेड बॉल क्रिकेट में और एक व्हाइट बॉल क्रिकेट में,
इसलिए रोहित को व्हाइट बॉल क्रिकेट को तैयार करने के लिए पर्याप्त समय
मिलेगा-चाहे वह टी20 हो या वनडे फॉर्मेट। मुझे लगता है कि एक कप्तान के रूप
में रोहित निश्चित रूप से भारतीय क्रिकेट के लिए अच्छा करेंगे।
साथ
ही मेरा मानना है कि भारतीय क्रिकेट सुरक्षित हाथों में है, खासकर व्हाइट
बॉल क्रिकेट में। उन्होंने पांच आईपीएल खिताब जीते हैं। वे अन्य कप्तानों
की तुलना में कुछ सही कर रहे होंगे। उसी समय उनका शांत रवैया भी, चीजों को
बहुत आराम से रखता है। साथ ही खिलाड़ियों पर बहुत अधिक दबाव नहीं बनता। वे
खुद एक बहुत ही शांत स्वभाव के हैं, जोकि वास्तव में पूरी टीम की मदद करता
है। गंभीर ने पूर्व में भी रोहित की वकालत की थी।