इंग्लैंड के बल्लेबाज जेमी स्मिथ ने रचा नया कीर्तिमान, श्रीलंका के खिलाफ तोड़ा 94 साल पुराना रिकॉर्ड

विकेटकीपर जेमी स्मिथ ने इंग्लैंड के लिए सफ़ेद कपड़ों में अपने चौथे ही मैच में अपना पहला टेस्ट शतक लगाया। स्मिथ ने ओल्ड ट्रैफर्ड में श्रीलंका के खिलाफ पहले टेस्ट के तीसरे दिन यह उपलब्धि हासिल की। सरे के इस क्रिकेटर ने 136 गेंदों में तीन अंकों का स्कोर बनाया और इंग्लैंड को मैनचेस्टर में पहली पारी में बढ़त दिलाने में मदद की।

इंग्लैंड और श्रीलंका के बीच मैनचेस्ट में 3 मैचों की टेस्ट सीरीज का पहला टेस्ट मैच खेला जा रहा है जिसमें तीसरे दिन मेजबान इंग्लिश टीम के लिए 24 साल के जेमी स्मिथ ने नया कीर्तिमान रच दिया। जेमी ने 136 गेंदों पर अपना पहला टेस्ट शतक ठोका। अपना शतक पूरा करने के दौरान उन्होंने 7 चौके और एक छक्का भी जड़ा। जेमी उस वक्त बल्लेबाजी करने आए जब इंग्लैंड ने 26 ओवर में 125 रन के भीतर अपने 4 बड़े बल्लेबाज के विकेट खो दिए थे। इसके बाद मैदान जेमी स्मिथ का आगमन हुआ और चौके से अपना खाता खोल अपने इरादे साफ कर दिए। इसके बाद उन्होंने हैरी ब्रूक के साथ मिलकर 5वें विकेट के लिए 62 रनों की साझेदारी कर टीम का स्कोर 200 के करीब पहुंचाया। जेमी ने एक छोर संभाले रखा लेकिन दूसरे छोर पर मौजूद हैरी ब्रूक अपना अर्धशतक पूरा करने के बाद पवेलियन लौट गए। इसके बाद आए क्रिस वोक्स भी सिर्फ 25 रनों का योगदान दे सके। एक छोर से विकेट गिरने के बावजूद जेमी ने अपने खाते में रनों की रफ्तार को बनाए रखा और गस एटकिन्सन के साथ मिलकर 77वें ओवर में अपना पहला टेस्ट शतक जड़ने का कारनामा किया।

जेमी स्मिथ टेस्ट शतक लगाने वाले इंग्लैंड के सबसे युवा विकेटकीपर भी बन गए। उन्होंने लेस एम्स का रिकॉर्ड तोड़ा, जिन्होंने 1930 में पोर्ट ऑफ स्पेन में वेस्टइंडीज के खिलाफ इंग्लैंड के लिए टेस्ट शतक लगाते समय 24 साल और 63 दिन की उम्र में शतक लगाया था।

यह जेमी स्मिथ का शानदार शतक था, जो इंग्लैंड के लिए सफ़ेद कपड़ों में लंबे समय तक खेलने के लिए तैयार हैं। इस साल की शुरुआत में वेस्टइंडीज के खिलाफ़ अपना डेब्यू करने वाले स्मिथ शुरू से ही सहज दिखे। उन्होंने पारंपरिक क्रिकेट शॉट खेले और विकेटों के बीच तेज़ी से दौड़कर और फिर बाउंड्री-स्कोरिंग अवसरों का फ़ायदा उठाकर स्कोरबोर्ड को आगे बढ़ाया। कुमार संगकारा ने ऑन एयर स्मिथ की तारीफ़ की कि उन्होंने श्रीलंका की मज़बूत गेंदबाज़ी लाइन-अप के सामने ढीले स्ट्रोक नहीं खेले और संयमित रहे।