दिनेश कार्तिक ने की सिराज की आलोचना, टीम इंडिया में इस खिलाड़ी को नहीं चुनने से हैरान हैं वॉन

पिछले कुछ सालों से क्रिकेट के अधिकतर मुकाबलों में मैदान पर खिलाड़ियों के बीच तनातनी देखने को मिल रही है। या तो उनमें धैर्य खत्म हो गया या फिर ये खेल से ध्यान भटकाने की रणनीति भी होती है। भारत और इंग्लैंड के बीच नॉटिंघम में खेला गया पहला टेस्ट भी कोई अपवाद नहीं था। तब भारतीय तेज गेंदबाज मोहम्मद सिराज और इंग्लैंड के स्टार बल्लेबाज जॉनी बेयरस्टॉ के बीच मैदान पर झड़प हुई थी।

सिराज ने बेयरस्टॉ का विकेट लेने के बाद काफी अलग अंदाज में जश्न मनाया। भारतीय विकेटकीपर दिनेश कार्तिक ने सिराज की आलोचना की है। कार्तिक को लगता है कि सिराज का बेयरस्टॉ को आउट करने के बाद ‘चुप होने’ का इशारा करना गैर जरूरी था। कार्तिक कमेंटरी की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं, उन्होंने ‘द टेलीग्राफ’ में लिखा कि सिराज ने बल्लेबाज को आउट करने के बाद चुप रहने का इशारा किया तो यह अनावश्यक था।

आप पहले ही आउट कर चुके हो तो इसकी जरूरत क्यों? सिराज के अंतरराष्ट्रीय करियर में यही पहली सीख है। हममें से कितनों ने यह सोचा होगा कि विराट कोहली आकर टीम के उत्साहित साथी को शांत कराएंगे? लेकिन कोहली को सुनिश्चित करना पड़ा कि सिराज हद से आगे नहीं बढ़े।

कार्तिक ने इसलिए दिया रोहित, पुजारा व रहाणे का उदाहरण

कार्तिक ने कहा कि भारत ने जिस तरह का क्रिकेट खेला, मुझे यह बहुत पसंद है। खिलाड़ी अपने प्रतिद्वंद्वियों से शाब्दिक बहस में उलझने में झिझकते नहीं हैं जैसा सिराज और लोकेश राहुल ने किया। यह नए जमाने का भारत है। आक्रामक होने के विभिन्न तरीके हैं। आक्रामकता विभिन्न तरीकों से दिखाई जाती है। कुछ खिलाड़ी जैसे विराट, सिराज और राहुल के लिए यह खुलम खुल्ला आपको मुंह पर जवाब देकर हो सकती है। लेकिन मैंने सीनियर बल्लेबाज रोहित शर्मा, चेतेश्वर पुजारा और अजिंक्य रहाणे को इस तरह से आक्रामक होते हुए नहीं देखा लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि वे आक्रामक नहीं हैं।


दूसरा टेस्ट : भारत ने एक और इंग्लैंड ने तीन बदलाव किए

भारत और इंग्लैंड के बीच लॉर्ड्स में दूसरा टेस्ट चल रहा है। दोनों टीमों ने अंतिम एकादश में बदलाव किए हैं। इंग्लैंड में तीन, जबकि भारत में एक बदलाव है। कोहली ने चोटिल शार्दुल ठाकुर के स्थान पर ईशांत शर्मा को जगह दी है। हालांकि उम्मीद की जा रही थी कि रविचंद्रन अश्विन को मौका मिलेगा लेकिन ऐसा हुआ नहीं। टीम मैनेजमेंट ने पहले टेस्ट की तरह चार तेज गेंदबाजों के साथ ही जाने का फैसला किया। अश्विन को टीम में न देखकर इंग्लैंड के पूर्व कप्तान माइकल वॉन असंतुष्ट हैं।

वॉन ने कहा है कि इंग्लैंड ने तो सही टीम का चुनाव किया लेकिन भारत ने इसमें गलती कर दी। वॉन के मुताबिक अश्विन को टीम में होना चाहिए था। वॉन ने ट्वीट करते हुए लिखा, लग रहा है कि इंग्लैंड ने सही टीम चुनी है लेकिन भारत ने नहीं। अश्विन को भारतीय टीम में होना चाहिए था ताकि उनकी बल्लेबाजी को मदद मिलती साथ ही वे शानदार गेंदबाज भी हैं। वे हर तरह की परिस्थिति में अच्छी गेंदबाजी करते हैं। गेंदबाजी के लिए परफेक्ट दिन। लगता है कि आज विकेटों का दिन है।