
IPL 2025 में चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) के खराब प्रदर्शन पर टीम के पूर्व स्टार खिलाड़ी सुरेश रैना ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। वर्ल्ड कप विजेता और सीएसके के सबसे लोकप्रिय खिलाड़ियों में शामिल रैना ने कहा कि इस बार की टीम में जीत की भूख नजर नहीं आ रही और यह फ्रेंचाइज़ी के इतिहास की सबसे कमजोर टीम लग रही है।
एक इंस्टाग्राम वीडियो में रैना ने अपने पूर्व साथी हरभजन सिंह से बातचीत के दौरान माना कि इस सीज़न में पांच बार की चैंपियन टीम में वह धार नहीं दिख रही जो CSK की पहचान रही है।
चेन्नई इस सीज़न में लगातार संघर्ष कर रही है। टीम ने शुरुआती आठ मुकाबलों में से सिर्फ दो जीते हैं और अंक तालिका में सबसे नीचे है। नेट रन रेट भी सबसे खराब है। अब अगर टीम को प्लेऑफ की दौड़ में बने रहना है तो बचे हुए सभी मुकाबले जीतने होंगे। कप्तान एमएस धोनी, जो सीज़न के बीच में रुतुराज गायकवाड़ की चोट के बाद कप्तानी संभाल चुके हैं, अब 2026 की तैयारियों की ओर इशारा कर रहे हैं।
रैना ने कहा, “बिलकुल, यह CSK की अब तक की सबसे कमजोर टीम लग रही है। किसी का अपमान नहीं करना चाहता, लेकिन जिस ब्रैंड के लिए चेन्नई जानी जाती थी, वह नज़र नहीं आ रहा।”
उन्होंने टीम के चयन पर भी सवाल उठाए और कहा कि नीलामी में युवा और फॉर्म में चल रहे खिलाड़ियों को शामिल नहीं किया गया, जिसका खामियाजा टीम को भुगतना पड़ रहा है। राहुल त्रिपाठी, दीपक हूडा, विजय शंकर और रविचंद्रन अश्विन जैसे अनुभवी खिलाड़ियों को मौका तो मिला, लेकिन वे अपेक्षा पर खरे नहीं उतर सके।
हाल ही में चेन्नई ने कुछ युवा खिलाड़ियों को मौका दिया, जिनमें आयुष म्हात्रे का नाम सामने आया है। मुंबई इंडियंस के खिलाफ अपने डेब्यू मैच में म्हात्रे ने बेखौफ बल्लेबाजी कर यह दिखा दिया कि इरादे हों तो जीत की राह बन सकती है।
रैना ने टीम में स्थानीय खिलाड़ियों की कमी पर भी सवाल उठाया। उन्होंने कहा, “तमिलनाडु प्रीमियर लीग (TNPL) से निकले खिलाड़ी जैसे साई सुदर्शन, साई किशोर और शाहरुख खान आज गुजरात टाइटंस के लिए खेल रहे हैं। जब हमारी टीम जीतती थी, तब हमारे पास मुरली विजय, एल बालाजी, बद्रीनाथ, अश्विन, जडेजा और धोनी जैसे घरेलू खिलाड़ी थे। लोकल फ्लेवर ज़रूरी है।”
पावरप्ले में बल्लेबाजी की धीमी रफ्तार पर भी रैना ने चिंता जताई। उन्होंने कहा कि स्ट्राइक रोटेशन और इरादे के साथ खेलने से ही टी20 मुकाबले जीते जाते हैं।
रैना ने याद करते हुए कहा, “जब हम चेन्नई में खेलते थे, तब डॉट बॉल नहीं खेलते थे। पहले छह ओवर में आक्रामकता दिखाते थे और अंत में धोनी, एल्बी मोर्कल जैसे खिलाड़ी मैच फिनिश करते थे।”
अब चेन्नई का अगला मुकाबला 25 अप्रैल, शुक्रवार को सनराइजर्स हैदराबाद के खिलाफ चेपॉक स्टेडियम में खेला जाएगा, जो उनके लिए ‘करो या मरो’ जैसा साबित हो सकता है।