भारत और इंग्लैंड के बीच शुरू होने जा रही टेस्ट सीरीज से अधिक इंग्लैंड की बैजबॉल क्रिकेट शैली चर्चा का विषय बनी हुई है। भारत के स्टार पेसर जसप्रीत बुमराह ने अपनी पीढ़ी के खिलाड़ियों से कहा है कि टेस्ट क्रिकेट किंग है। वह अपने विकेट लेने के कौशल और कला को विकसित करने के लिए टेस्ट क्रिकेट को श्रेय देते हैं। बुमराह ने कहा कि टेस्ट क्रिकेट को भविष्य में जीवित रहने का एक रास्ता जरूर मिलेगा, क्योंकि यह फॉर्मेट वर्तमान में फटाफट क्रिकेट के सामने संघर्ष कर रहा है। वहीं, उन्होंने इंग्लैंड के बैजबॉल क्रिकेट को लेकर कहा कि अगर वे तेजी से खेलेंगे तो मैं बिना थके विकेटों की झड़ी लगा सकता हूं। बुमराह ने यह बात द गार्जियन को दिए अपने हालिया के साक्षात्कार में कही है।
द गार्जियन से बोले बुमराह
जसप्रीत बुमराह ने द गार्जियन से कहा कि मैं उस पीढ़ी का हूं, जहां टेस्ट क्रिकेट सर्वोच्च है। मैंने आईपीएल से शुरुआत जरूर की थी, लेकिन मैंने प्रथम श्रेणी क्रिकेट के माध्यम से गेंदबाजी करना सीखा है। वहीं से मैंने विकेट लेने का कला-कौशल विकसित किया। टेस्ट क्रिकेट में आपको बल्लेबाज को आउट करना होता है और एक गेंदबाज के रूप में यह आपके लिए चुनौती है। टेस्ट क्रिकेट में कोई भाग्य नहीं चलता है, बेहतर टीम जीतती है। आप भाग्य से 20 विकेट नहीं ले सकते हैं। मेरे लिए टेस्ट क्रिकेट अभी भी सर्वोच्च है।
इंग्लैंड ने दुनिया को टेस्ट क्रिकेट का नया तरीका दिखायाब्रेंडन मैकुलम और बेन स्टोक्स की अगुवाई में इंग्लैंड की ओर अपनाए गए बैज़बॉल क्रिकेट पर बुमराह ने कहा कि मैं वास्तव में बैज़बॉल शब्द से संबंधित नहीं हूं, लेकिन बतौर गेंदबाज मुझे इससे मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि इंग्लैंड सफल क्रिकेट खेल रहा है और विपक्ष के खिलाफ आक्रामक रुख अपना रहा है। इससे दुनिया को टेस्ट क्रिकेट खेलने का एक और तरीका दिख रहा है।
वे मुझे विकेट के लिए थकाएंगे नहींउन्होंने कहा कि बतौर गेंदबाज मुझे लगता है कि ये मुझे खेल में बनाए रखता है। अगर वे इसके लिए जा रहे हैं, इतनी तेजी से खेल रहे हैं तो वे मुझे थकाएंगे नहीं, मैं ऐसे में
ढेर सारे विकेट हासिल कर सकता हूं। मैं हमेशा सोचता हूं कि मैं कैसे खेलूंगा अपने फायदे के लिए चीजों का उपयोग कर सकता हूं। उन्हें बधाई, लेकिन एक गेंदबाज के रूप में आप मैच में हैं।