
राजस्थान रॉयल्स के युवा ओपनर वैभव सूर्यवंशी इन दिनों दो बड़े कारणों से सुर्खियों में हैं। एक तो उन्होंने 35 गेंदों पर शतक बनाकर इतिहास रचने के कारण चर्चा का विषय बने हैं, वहीं दूसरी ओर उनकी उम्र को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। कई लोग उनपर अपनी उम्र कम बताने का आरोप लगा रहे हैं, और अब इस मुद्दे पर पूर्व भारतीय मुक्केबाज विजेंदर सिंह के बयान से विवाद और बढ़ गया है।
विजेंदर सिंह ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट किया है, जिसने इस विवाद को और तूल दे दिया। उन्होंने क्रिकेट में उम्र धोखाधड़ी के सवाल को उठाया है।
विजेंदर सिंह का पोस्टओलंपिक कांस्य पदक विजेता विजेंदर सिंह ने X पर पोस्ट करते हुए लिखा, भाई आजकल उम्र छोटी करके क्रिकेट में भी खेलने लगे? उनके इस पोस्ट को वैभव सूर्यवंशी के उम्र विवाद से जोड़कर देखा जा रहा है।
वैभव सूर्यवंशी के पिता का बयान
वैभव सूर्यवंशी पर उम्र धोखाधड़ी का आरोप लगाए जाने पर उनके पिता संजीव सूर्यवंशी ने इस पर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने बताया कि जब वैभव 8 साल के थे, तब उनका आधिकारिक बोन टेस्ट हुआ था, जो बीसीसीआई द्वारा प्रमाणित था। यह टेस्ट खासतौर पर युवा खिलाड़ियों की उम्र की जांच के लिए किया जाता है।
वैभव का ऐतिहासिक प्रदर्शनराजस्थान रॉयल्स के 14 वर्षीय खिलाड़ी वैभव सूर्यवंशी ने आईपीएल और टी20 क्रिकेट दोनों में शतक बनाने वाले सबसे कम उम्र के खिलाड़ी बनकर इतिहास रच दिया। गुजरात टाइटन्स के खिलाफ उन्होंने 35 गेंदों पर शतक बनाकर यह रिकॉर्ड स्थापित किया। यह किसी भारतीय खिलाड़ी द्वारा बनाया गया सबसे तेज शतक है, और आईपीएल में अब तक का दूसरा सबसे तेज शतक है। यह सूर्यवंशी का केवल तीसरा आईपीएल मैच था, जिसमें उन्होंने 14 साल और 32 दिन की उम्र में 38 गेंदों पर 101 रन की शानदार पारी खेली। उनका यह शतक क्रिस गेल की 2013 में खेली गई ऐतिहासिक पारी से सिर्फ 5 गेंद धीमा था।