BCCI ने जम्मू कश्मीर के इस क्रिकेटर पर लगाया दो साल का बैन

भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने शनिवार को जम्मू-कश्मीर के एक क्रिकेटर पर एक से अधिक जन्म प्रमाण पत्र जमा करने पर प्रतिबंध लगा दिया। जम्मू-कश्मीर का यह खिलाड़ी बिहार चला गया था और वर्तमान में वहां राज्य संघ के तहत खेल रहा था। जम्मू-कश्मीर क्रिकेट एसोसिएशन (जेकेसीए) द्वारा जारी हैंडआउट में कहा गया है कि जम्मू के बिश्नाह के रहने वाले वंशज शर्मा को अलग-अलग जन्म तिथियों के साथ कई जन्म प्रमाण पत्र जमा करने के लिए बीसीसीआई द्वारा प्रतिबंधित कर दिया गया है। बताया जा रहा है कि वंशज शर्मा ने बीसीसीआई को कई जन्म प्रमाणपत्र जमा किए हैं, जिनमें जन्मतिथियां अलग-अलग हैं। इसलिए उन्हें 27 अक्टूबर 2023 से शुरू होने वाले 2 साल की अवधि के लिए सभी बीसीसीआई टूर्नामेंट में वह भाग नहीं ले सकेगा।

आदेश में बताया गया है कि अपनी 2 साल की प्रतिबंध अवधि पूरी होने के बाद वंशज शर्मा केवल सीनियर पुरुष बीसीसीआई टूर्नामेंट में भाग ले सकते हैं और उसे बीसीसीआई के किसी भी आयु-समूह टूर्नामेंट में भाग लेने की अनुमति नहीं है, बशर्ते कि वह अपने निवास या शिक्षा या रोजगार संबंधी दस्तावेज जमा करें। बीसीसीआई का नियम है कि जिस एससीए का वह प्रतिनिधित्व करेगा, उस पर स्थानीय नागरिक के रूप में विचार किया जाए।

जेकेसीए समय-समय पर सूचित करता रहा है कि खिलाड़ियों को इस तरह का कृत्य नहीं करना चाहिए क्योंकि बीसीसीएल द्वारा दी गई सजा खिलाड़ी के करियर पर प्रतिकूल प्रभाव डालती है। हालाँकि, इसमें कहा गया है कि चूंकि उन्हें पहली बार 2021-22 में जेकेसीए द्वारा पंजीकृत किया गया था, इसलिए उनका डेटा बीसीसीआई के पास उपलब्ध था और एसोसिएशन बदलने के बावजूद, उन्हें कई जन्म प्रमाण पत्र जमा करते हुए पकड़ा गया था। परिणामस्वरूप, उन पर दो साल के लिए किसी भी टूर्नामेंट में भाग लेने और पूरे जीवन भर आयु वर्ग के टूर्नामेंट में भाग लेने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है।

वंशज शर्मा को समझा वंशज शामरा

जेकेसीए के एक सूत्र ने बताया कि कई लोगों ने वंशज शर्मा को दूसरा वंशज शामरा समझ लिया है, जो इस समय जम्मू-कश्मीर की अंडर-23 टीम में हिस्सा ले रहे हैं। भारतीय खेलों में खिलाड़ियों की उम्र में हेराफेरी एक बड़ी समस्या है और बीसीसीआई समेत कई राष्ट्रीय खेल संघों ने हाल ही में ऐसे मामलों में सख्त कार्रवाई शुरू कर दी है।