हाल ही में सोशल मीडिया पर पाकिस्तान क्रिकेट टीम के वहाँ की आर्मी के साथ ट्रेनिंग लेने के फोटोज और वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आए थे। इन फोटोज व वीडियो को देखने के बाद इस बात की चर्चा होने लगी कि एक क्रिकेट टीम को अपने देश की आर्मी से ट्रेनिंग लेने की क्या जरूरत पड़ गई। अब इस बात को लेकर पाकिस्तान क्रिकेट टीम के कप्तान बाबर आजम ने बयान दिया है।
पाकिस्तानी सेना के साथ काकुल में ट्रेनिंग के बाद पाकिस्तान क्रिकेट टीम के कप्तान बाबर आजम फूले नहीं समा रहे हैं। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान मिलिट्री अकादमी में टीम के प्री-सीजन कैंप ने टीम के बीच संबंधों को मजबूत करने में मदद की है। इससे उनकी टीम बेहतर, फिट और मानसिक रूप से मजबूत एथलीट बन गई है। ज्ञातव्य है कि पीसीबी ने 26 मार्च से 6 अप्रैल तक काकुल में प्री-सीजन कैंप में अपने 29 क्रिकेटरों को भेजा था। इस दौरान उन्होंने पाकिस्तान सेना के विशेषज्ञों और रणनीतिकारों से ट्रेनिंग ली है। 11 दिनों तक चले इस कैंप में टीम निर्माण के साथ-साथ खिलाड़ियों की शारीरिक और मानसिक शक्ति बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित किया गया।
सेना के साथ कैंप खत्म करने के बाद बाबर आजम ने कहा कि ये मेरा तीसरा कैंप था और प्रत्येक यात्रा के साथ मैंने नई अंतर्दृष्टि प्राप्त की है। इस बार हमारा ध्यान शारीरिक फिटनेस से परे टीम बॉन्डिंग गतिविधियों और प्रदर्शन सुधार पर केंद्रित था। हमारी टीम के माहौल को देखते हुए ये महत्वपूर्ण रहा। उन्होंने कहा कि इस बार पूरा जोर शारीरिक कंडीशनिंग, टीम वर्क और मानसिक लचीलेपन पर था। सभी खिलाड़ियों ने महत्वपूर्ण विकास का अनुभव किया है।
बाबर आजम ने कहा कि मुझे विश्वास है कि हम बेहतर, फिट और मानसिक रूप से मजबूत एथलीटों के रूप में प्रतिस्पर्धी क्रिकेट में लौटेंगे, जिससे हमारे समग्र प्रदर्शन में सुधार होगा। अन्य शिविरों और अंतर्राष्ट्रीय श्रृंखलाओं के दौरान हमारी सामान्य दिनचर्या के विपरीत, हम आत्मविश्वास-निर्माण अभ्यास और टीम-निर्माण गतिविधियों में लगे रहे।
उन्होंने आगे कहा कि विशेष रूप से हमने टीम के सदस्यों के बीच गहरे संबंधों को सुविधाजनक बनाने के लिए कमरे शेयर करने का विकल्प चुना। इन साझा स्थानों ने रणनीतिक योजना और टीम संयोजन से लेकर क्रिकेट के विकास, खेल में नवीनतम नवाचारों, विरोधियों के विश्लेषण और प्रत्येक दिन की चुनौतियों के प्रति हमारे दृष्टिकोण पर चर्चा को बढ़ावा दिया। ये शिविर असाधारण रूप से मूल्यवान साबित होता है। यह न केवल चोट के जोखिम को कम करता है, बल्कि व्यक्तिगत कौशल और सामूहिक टीम के प्रदर्शन दोनों को भी बढ़ाता है।