सचिन को नं.1 मानते हैं डोनाल्ड, कोहली ने धोनी को पछाड़ा, कनेरिया ने किया भारतीय कप्तान का समर्थन

मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर जब तक खेले, गेंदबाजों के लिए उनका विकेट लेना बड़ी चुनौती रहा। शानदार तकनीक के साथ बल्लेबाजी करने वाले सचिन को आउट करना कभी आसान नहीं था। बड़े-बड़े गेंदबाज सचिन का लोहा मानते हैं। दक्षिण अफ्रीका के दाएं हाथ के पूर्व दिग्गज तेज गेंदबाज एलन डोनाल्ड भी उनके कदरदानों में शामिल हैं। डोनाल्ड ने अपने महान बल्लेबाजों की सूची में सचिन को नंबर-1 पोजिशन पर रखा।

उन्होंने यूट्यूब चैनल ‘क्रिकेट लाइफ स्टोरीज’ पर कहा कि सचिन के पास दुनिया की सबसे अच्छी तकनीक है और वह किसी भी हिस्से के लिए अनुकूल हो सकती है। मैंने दक्षिण अफ्रीका में पाया कि सचिन उस समय के किसी भी अन्य भारतीय बल्लेबाज की तुलना में हमारी परिस्थितियों और तकनीक को बेहतर तरीके से अपना सकते थे। अगर वे 28 या 30 ओवर तक क्रीज पर खड़े रहते, तो हर गेंदबाज के लिए मुश्किल होती थी। डोनाल्ड ने वेस्टइंडीज के ब्रायन लारा, ऑस्ट्रेलिया के स्टीव वॉ और इंग्लैंड के माइकल आथरटन की भी तारीफ की।


इस मामले में सफलतम भारतीय कप्तान बने कोहली

विराट कोहली की कप्तानी में भारतीय टीम टेस्ट क्रिकेट में लगातार बेहतर प्रदर्शन कर रही है। वे भारत के सबसे सफल टेस्ट कप्तान बन चुके हैं। कोहली ने यूं तो लॉर्ड्स टेस्ट जीतकर कई रिकॉर्ड बनाए, लेकिन एक रिकॉर्ड पर किसी की नजर नहीं गई। दरअसल कोहली एक टीम के खिलाफ सबसे ज्यादा टेस्ट जीतने वाले भारतीय कप्तान बन गए हैं। इस मामले में उन्होंने एमएस धोनी को पीछे छोड़ा। धोनी और कोहली इंग्लैंड के खिलाफ 8-8 टेस्ट जीत के साथ बराबरी पर थे, लेकिन लॉर्ड्स की जीत ने कोहली को इस मामले में आगे पहुंचा दिया। कोहली की कप्तानी में भारत ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 7 और श्रीलंका के खिलाफ 6 टेस्ट जीते हैं। कोहली की कप्तानी में भारत ने 63 टेस्ट में से 37 मुकाबले जीते हैं।


निक काम्पटन ने की कोहली की आलोचना, तो बोले कनेरिया

इंग्लैंड के पूर्व बल्लेबाज निक काम्पटन ने कोहली को एक ट्वीट के जरिए बदतमीजी (गाली-गलौच) करने वाला क्रिकेटर बताया। निक की ये बातें पाकिस्तान के पूर्व लेग स्पिनर दानिश कनेरिया को अच्छी नहीं लगी। कनेरिया ने अपने यूट्यूब चैनल पर कहा कि क्या इंग्लैंड हमेशा दूसरे देशों पर शासन करना चाहता है। एक पूर्व इंग्लिश क्रिकेटर है जो कोहली के आक्रामकता दिखाने के तरीके से निराश है। क्या यह ठीक है और जब आप इसे करते हैं तब? क्या आपको हर समय शासन करना है? जब भी आपके खिलाफ कोई बड़ी टीम होती है, तो वे आप उन्हें नीचा दिखाने के लिए वही हथकंडा अपनाते हैं जो आप इतने सालों से उनके खिलाफ इस्तेमाल कर रहे हैं। आपने ही इसकी शुरुआत की थी जब जसप्रीत बुमराह बल्लेबाजी करने उतरे थे।