इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज में भारत ने 1-0 से बढ़त बना रखी है। तीसरा टेस्ट 25 अगस्त से हेडिंग्ले में खेला जाएगा। भारत को इस टेस्ट में कप्तान विराट कोहली से बड़ी पारी की उम्मीद रहेगी। पहले दो टेस्ट में कोहली को तीन पारियों में खेलने का मौका मिला, लेकिन वे बड़ा स्कोर नहीं कर पाए। ऐसे में वे आलोचकों के निशाने पर हैं। हालांकि पूर्व ऑलराउंडर अजीत आगरकर ने कोहली का बचाव किया है। आगरकर ने सोनी स्पोर्ट्स नेटवर्क के चैनल पर कहा कि हमें इंतजार करना चाहिए, लेकिन सिर्फ 3 पारियों के आधार पर आप मौजूदा दौर के महान बल्लेबाज को खारिज नहीं करना चाहेंगे। कोहली ने यहां 2018 की सीरीज में रन बनाए थे।
‘मुझे यकीन है कि कोहली रन बनाना चाहेंगे’
कोहली ने इस बार
लॉर्ड्स टेस्ट में जद्दोजहद करते हुए 42 रन बनाए। उन्हें आउट स्विंगर फेंकी
गई। ये ऐसी कंडीशन है जहां बॉल स्विंग और सीम करती है। चौथी पारी में
ज्यादातर बल्लेबाजों लिए खेलना मुश्किल हो जाता है। जब बॉलर अच्छे स्पैल
करते हैं, जैसा कि सैम कुरैन ने दूसरी पारी किया था वो बेहतरीन मिसाल है।
मुझे यकीन है कि कोहली रन बनाना चाहेंगे और सभी फैंस उन्हें बड़ी पारी
खेलते हुए देखना चाहेंगे। इस शख्स ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में खूब रन बना
लिए हैं और जब आपके रन नहीं बन पाते तो आप उत्सुक हो जाते हैं। कोहली के
नाम 70 शतक हैं, लेकिन साल 2019 के बाद वे किसी भी फॉर्मेट में एक बार भी
इस आंकड़े तक नहीं पहुंचे।
लॉर्ड्स में थिएटर जैसी हो गई थी स्थिति : रूट
लॉर्ड्स
टेस्ट गहमा-गहमी से भरे माहौल में खेला गया जिसमें दोनों टीमों के खिलाड़ी
एक-दूसरे पर लगातार छींटाकशी करने से नहीं कतरा रहे थे। हालांकि अब
अंग्रेज कप्तान जो रूट ने साफ किया है कि उनकी टीम ने पिछले मुकाबले से सबक
सीखा है और अनावश्यक रूप से किसी बहस में शामिल नहीं होंगे। रूट ने कहा कि
खेल के दौरान स्थिति थिएटर जैसी हो गई थी।
हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि
हम जिस तरह से खेलना चाहते हैं, उसी तरह से खेलें और हम जितना हो सके उस
पर नियंत्रण रखें। हम ऐसी चीजों से बहुत अधिक विचलित या आकर्षित होने से
बचना चाहेंगे जिसमें ईमानदारी नहीं हो। कोहली की टीम वैसे ही खेलेगी जैसे
वे खेलते हैं, मैं बस यही चाहता हूं कि हम मैदान में उतरे तो खुद को
सर्वश्रेष्ठ तरीके से पेश करें। इस सीरीज में खेलने के लिए हमारे पास तीन
बड़े मैच बचे हैं, अभी बहुत कुछ दांव पर है।