T20WC में ग्रुप मैचों में कई उतार-चढ़ाव नजर आए। इस बार ग्रुप मैचों में छोटी टीमों ने बेहतरीन खेल का प्रदर्शन करते हुए बड़ी टीमों को इस बात का संकेत दिया कि उन्हें अपनी टीमों में रणनीतिक बदलाव करने की जरूरत है। शायद इसी को देखते हुए न्यूजीलैंड टीम के कुछ खिलाड़ियों ने अपना अगला कदम उठाया है। न्यूजीलैंड टीम के कप्तान केन विलियमसन ने न सिर्फ कप्तानी से इस्तीफा दे दिया अपितु उन्होंने न्यूजीलैंड क्रिकेट बोर्ड के सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट को भी लेने से मना कर दिया। उनके इस कदम ने क्रिकेट की दुनिया हैरान है। केन विलियमसन के बाद न्यूजीलैंड टीम के ही दो और खिलाड़ियों ने केन के नक्शे कदम पर अपने कदम बढ़ा लिए हैं।
हाल ही में पापुआ न्यू गिनी के खिलाफ कहर बरपती गेंदबाजी करने वाले तेज गेंदबाज लॉकी फर्ग्यूसन और दिग्गज पेसर ट्रेंट बोल्ट ने भी न्यूजीलैंड क्रिकेट बोर्ड के साल 2024-25 वर्ष के सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट से खुद को अलग रखने का फैसला किया है। सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट नहीं लेने का मतलब है कि ये खिलाड़ी अब किसी भी बाइलेटरल सीरीज या टूर्नामेंट के लिए होने वाले टीम चयन के लिए उपलब्ध नहीं रहेंगे।
न्यूजीलैंड क्रिकेट के सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट से बंधे खिलाड़ी को इंटरनेशनल क्रिकेट के अलावा घरेलू सुपर स्मैश प्रतियोगिता (टी20 प्रतियोगिता) खेलने के लिए भी प्रतिबद्ध रहना होता है, लेकिन बोल्ट-नीशम की तरह विलियमसन और फर्ग्यूसन ऐसा नहीं चाहते थे।
ट्रेंट बोल्ट ने पहले ही पुष्टि कर दी थी कि मौजूदा टी20 वर्ल्ड कप उनका आखिरी होगा। इसके आलवा बोल्ट पिछले सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट का भी हिस्सा नहीं थे। बोल्ट ने दुनिया भर में चल रहीं फ्रेंचाईजी क्रिकेट लीग खेलने के लिए ऐसा किया था। लेकिन अब लॉकी फर्ग्यूसन ने भी खुद को सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट से बाहर कर लिया है। फर्ग्यूसन ने ऐसा क्यों किया इसको लेकर अभी उनकी तरफ से कोई बयान नहीं आया है।
ऐसे में अब ये तीन दिग्गज आने वाले समय में कीवी टीम का हिस्सा नहीं होंगे। इन तीनों के एक साथ बाहर होने से न्यूजीलैंड को बड़ा झटका लगेगा। हालांकि कॉन्ट्रैक्ट से बाहर होने के बावजूद नीशम पाकिस्तान के दौरे पर गए थे। ऐसे में ये खिलाड़ी भी अपनी आप को जब चाहें चयन के लिए अपना नाम दे सकते हैं।
न्यूजीलैंड
क्रिकेट के मुताबिक केन विलियमसन वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप के मौजूदा चक्र में न्यूजीलैंड के बाकी आठ मैचों के लिए उपलब्ध रहेंगे। इस चैम्पियनशिप में न्यूजीलैंड एक बार फिर फाइनल खेलने की कोशिश करेगा, जो अगले साल जून में लॉर्ड्स में खेला जाएगा।