केरल में 73 साल की महिला मिली जीका वायरस से संक्रमित, कुल मरीजों का आंकड़ा हुआ 19

कोरोना संकट के बीच केरल में अब जीका वायरस का खतरा (zika virus in kerala) बढ़ता दिख रहा है। सोमवार को केरल में 73 साल की एक महिला की जांच में जीका वायरस की पुष्टि हुई जिसके बाद राज्य में संक्रमण के कुल मामले बढ़कर 19 हो गए। इससे पहले रविवार को जीका वायरस के तीन मामले आए थे। जिनमें एक बच्चा भी शामिल है। स्वास्थ्य मंत्री वीणा जॉर्ज ने कहा कि महिला का इलाज एक निजी अस्पताल में हो रहा था और अस्पताल द्वारा नमूने को कोयंबटूर स्थित एक प्रयोगशाला भेजा गया था जिसमें वायरस का पता चला। जॉर्ज ने एक रिलीज में बताया कि इसी समय अलप्पुझा में राष्ट्रीय विषाणु विज्ञान प्रयोगशाला की इकाई में पांच नमूने भेजे गए थे जिनमें जीका वायरस की पुष्टि नहीं हुई। जिला चिकित्सा अधिकारी केएस शिनू ने कहा कि केरल में जीका एक नई बीमारी है और हमें इससे निपटने का ज्यादा अनुभव नहीं है। उन्होंने कहा कि फिलहाल स्थिति से निपटने के लिए त्रिवेंद्रम में एक 7 विशेषज्ञों की एक टीम पहुंची है।

रविवार को 22 महीने का एक बच्चा जीका वायरस से संक्रमित (zika virus in kerala) मिला है। इसके अलावा जिन दो लोगों में जीका की पुष्टि हुई है उसमें 29 वर्षीय स्वास्थ्य कर्मी और एक 46 वर्षीय व्यक्ति शामिल है।

क्या है जीका वायरस

दरअसल जीका वायरस मच्‍छर के काटने से फैलता है। भारत में पहली बार इसका मामला साल 2016-17 में आया था, जब गुजरात में इसके मामले मिले थे। जीका वायरस साल 1947 में यूगांडा के जीका जंगल में रहने वाले बंदरों में सबसे पहले ये वायरस पाया गया था। मगर सन् 1952 में इसे औपचारिक रूप से एक खास वायरस माना गया। ये वायरस मुख्‍यत: इनफेक्‍टेड एडीज मच्छर के काटने से मनुष्यों में फैलता है।

एडीज मच्छर से ही डेंगू, चिकनगुनिया और येलो फीवर भी फैलता है। जीका वायरस गर्भवती महिला से उसके बच्‍चे में गर्भवास्था के दौरान फैल सकता है और इसके कारण बच्चा अविकसित दिमाग के साथ पैदा हो सकता है। ब्राजील में करीब 1600 बच्‍चे साल 2015 में कई विकारों के साथ पैदा हुए थे।