राजस्थान : बाइक सवार तीन बदमाशों ने दिया लूट को अंजाम, तलवार और चाकू से किया घायल

राजस्थान के श्रीगंगानगर में गांव से आए दाे दाेस्ताें काे नई धानमंडी से रुपए लेकर वापस जाते बीच रास्ते लूट लिया गया। घटना भैया दूज की देर शाम पदमपुर राेड पर हुई। घायल पीड़िताें के मंगलवार देर शाम जिला अस्पताल में पर्चा बयान हुए। सदर पुलिस ने अज्ञात तीन बाइक सवार लुटेराें के खिलाफ मारपीट कर रुपए छीनने के आराेप में मुकदमा दर्ज किया है। हवलदार कमलेश मीणा काे जांच दी गई है। जांच अधिकारी ने बताया कि 10 एलएल निवासी 19 वर्षीय अाकाशदीपसिंह पुत्र कृपालसिंह अपने गांव के ही दाेस्त गगन के साथ 16 नवंबर की शाम काे श्रीगंगानगर आया था। उसके पिता नई धानमंडी में काम करते हैं।

पीड़ित उनके कैशियर से रुपए लेकर वापस गांव की ओर जा रहा था। पदमपुर राेड पर पैगाेडा रिजाेर्ट से थाेड़ा आगे पहुंचे ताे पीछे से अन्य बाइक पर आए तीन अज्ञात युवकाें ने अपनी बाइक उनके आगे लगाकर रुकवा लिया। इन तीनाें ने पीड़ित और उसके दाेस्त के साथ मारपीट शुरू कर दी। ऊपर की जेब में रखे 5-7 साै रुपए छीनकर फरार हाे गए। मारपीट में घायल युवकाें काे राहगीरों ने जिला अस्पताल में भर्ती करवाया। पुलिस इनके पर्चा बयान लेने घटना के 20 घंटे बाद जिला अस्पताल पहुंची। पर्चा बयान के अाधार पर पुलिस ने मारपीट कर रुपए छीनने के अाराेप में मुकदमा दर्ज किया है।

पीड़ित आकाशदीप ने पर्चा बयान में पुलिस काे बताया कि जिन तीन अज्ञात युवकाें ने यह वारदात की है, उन्हाेंने पटके बांध रखे थे और वे सरदार लग रहे थे। उनके पास छाेटी तलवार और चाकू थे। जब उन्हाेंने पीड़ित की तलाशी लेना शुरू किया ताे उसने विराेध किया। इस पर उससे मारपीट की अाैर तलवार व चाकू से चाेटें मारीं। इससे वह घायल हाे गया। सड़क पर अन्य लाेगाें के वाहनाें काे आता देखकर आराेपी उनकाे छाेड़कर भाग गए। पीड़ित की पैंट की नीचे की जेब में भी माेटी रकम थी जाे लुटने से बच गई। लाेगाें ने मदद करके पीड़िताें काे जिला अस्पताल पहुंचाया।

पीड़ित अाकाशदीप ने पर्चा बयान में बताया है कि पैगाेडा रिजाेर्ट से थाेड़ा आगे खेत शुरू हाे जाते हैं। आराेपी स्पलेंडर बाइक पर तेज गति से आए और उनके आगे आकर रुक गए। मैं कुछ समझ पाता, इससे पहले उनमें से दाे युवक बाइक से उतरकर अाए अाैर तलाशी लेने लगे। राेका ताे तलवार और चाकू मार दिए। इसी दाैरान सड़क पर अन्य आ जाने वाले वाहनाें की लाइटें पड़ीं ताे आराेपी हड़बड़ाकर भाग गए। इस कारण पैंट की नीचे की जेब में रखे अन्य रुपए अाराेपियाें के हाथआने से बच गए। अगर ट्रैफिक नहींआता ताे आराेपियाें ने पूरी रकम लूट लेनी थी। लेकिन बचत हाे गई।