लखनऊ : हत्या और आत्महत्या का मामला, प्रेमिका का गला दबाने से पहले 80 बार कांटे-चम्मच से गोदा, फिर खुद को लगाई फांसी

प्यार में इंसान किसी भी हद तक जा सकता हैं और उसके लिए कुछ भी कर गुजरता हैं। लेकिन जब यह दिमाग पर हावी हो जाता हैं तो अपराध का रूप भी ले सकता हैं। ऐसा ही कुछ देखने को मिला लखनऊ के हत्या-आत्महत्या केस में जहां प्रेमी राहुल (21) ने प्रेमिका नैंसी (21) की हत्या की और बाद में आत्महत्या कर ली। दोनों के शव लखनऊ के कृष्णानगर थाना क्षेत्र के होटल मोमेंट में गुरुवार के दिन पाए गए थे मामले की शुक्रवार को पोस्टमार्टम रिपोर्ट आ गई। रिपोर्ट के मुताबिक, प्रेमिका की हत्या गला दबाकर की गई है, लेकिन इससे पहले उसकी बेल्ट से पिटाई करने के साथ कांटे-चम्मच से उसे गोदा गया था।

नैंसी के शरीर पर छोटे-बड़े मिलाकर 80 से अधिक चोट के निशान मिले। इसमें गले पर ही 30 से 40 चोट के निशान मिले। वहीं रिपोर्ट के मुताबिक, प्रेमी की मौत फांसी लगाने से हुई। एडीसीपी मध्य चिरंजीव नाथ सिन्हा के मुताबिक, नैंसी के शरीर के दाहिने हिस्से पर और पीठ पर बेल्ट के चोट भी मिले हैं। गुस्से में राहुल ने नैंसी के सिर को दीवार में भी मारा था। कांटे-चम्मच से नैंसी पर अनगिनत वार किए थे।

गौरतलब है कि कृष्णानगर थाने के पीछे स्थित होटल मोमेंट के तीसरी मंजिल पर कमरा नंबर 310 में बृहस्पतिवार दोपहर प्रेमी युगल राहुल (21) और नैंसी (21) का शव मिला था। होटल प्रबंधन की सूचना पर पहुंची पुलिस ने कमरे का दरवाजा तोड़कर दोनों का शव बरामद किया था।

पुलिस के मुताबिक, नैंसी ने शाम चार बजे के बाद अपनी मां को कॉल कर बताया था कि राहुल ने गुस्से में हाथापाई कर रहा है। इसके बाद नैंसी का मोबाइल बंद हो गया। राहुल ने भी अपनी मां को शाम सात बजे मोबाइल पर फोन कर बताया था कि उसने नैंसी को काफी मारा है। वह बेहोश है। राहुल ने मां से कहा था कि अब वह भी जिंदा नहीं रहेगा। पुलिस के मुताबिक, दोनों परिवारों ने शाम सात बजे के बाद आपस में बातचीत भी की थी, लेकिन पुलिस को सूचना नहीं दी।

रात में नैंसी की मां और अन्य परिजन कृष्णा नगर थाने रिपोर्ट लिखाने पहुंचे। पुलिसकर्मियों ने घटनास्थल सरोजिनी नगर बताते हुए वहां भेज दिया। 11:30 बजे सरोजिनी नगर थाने में नाइट अफसर सुनील मिश्रा के पास नैंसी की मां भानुमति पहुंची। सुनील मिश्रा ने तत्काल इंस्पेक्टर आनंद शाही से बात की और मुकदमा दर्ज कर लिया। दोनों के मोबाइल बंद थे, इसलिए लोकेशन नहीं मिली थी।