कोटा में 102 बच्‍चों की मौत, योगी आदित्‍यनाथ ने सोनिया-प्रियंका पर बोला हमला, कहा - महिला होकर भी इन माताओं का दुख नहीं समझ पा रही

राजस्‍थान में कोटा के जेके लोन अस्पताल 100 से ज्‍यादा बच्‍चों की मौत का मामला तूल पकड़ लिया है। कांग्रेस अध्‍यक्ष सोनिया गांधी और कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा पर हमला करते हुए उत्‍तर प्रदेश के मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ ने कहा कि माताओं की गोद उजड़ना सभ्य समाज, मानवीय मूल्यों और संवेदनाओं पर धब्बा है। अत्यंत क्षोभ है कि सोनिया गांधी और प्रियंका गांधी महिला होकर भी इन माताओं का दुख नहीं समझ पा रही हैं।

मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ ऑफिस के टि्वटर हैंडल से गुरुवार को कोटा में बच्‍चों के मौत मामले से जुड़े दो ट्वीट किए गए। एक ट्वीट में प्रियंका गांधी पर भी हमला बोला गया है। योगी ने कहा कि प्रियंका गांधी वाड्रा अगर उत्‍तर प्रदेश में राजनीतिक नौटंकी करने की जगह पर राजस्‍थान में उन गरीब पीड़ित माताओं से जाकर मिलतीं, जिनकी गोद केवल उनकी पार्टी की सरकार की लापरवाही की वजह से सूनी हो गई है तो उन परिवारों को कुछ सांत्वना मिलती। इनको किसी की न चिंता है, न कोई संवेदना, जनसेवा नहीं सिर्फ राजनीति करनी है।

आपको बता दे, कोटा के जेके लोन अस्पताल (JK Lone Hospital) में बच्चों की मौत (Children Death) का सिलसिला थम नहीं रहा है। नए साल (2020) के पहले दो दिन में भी यहां दो बच्चों की मौत हो गई है। इन्हें मिलाकर बच्चों की हुई मौत का कुल आंकड़ा 102 हो गया है। बच्चों के इलाज में लापरवाही के आरोपों से चर्चा में आए जेके लोन अस्पताल में पिछले साल कुल 963 बच्चों ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया था। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि मौत पर सरकार संवेदनशील है और इस पर राजनीति नहीं होनी चाहिए। कोटा के इस अस्पताल में शिशुओं की मृत्यु दर लगातार कम हो रही है। हम आगे इसे और भी कम करने के लिए प्रयास करेंगे। गहलोत ने एक ट्वीट में कहा, 'मां और बच्चे स्वस्थ रहें यह हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। राजस्थान में सर्वप्रथम बच्चों के ICU की स्थापना हमारी सरकार ने 2003 में की थी। कोटा में भी बच्चों के ICU की स्थापना हमने 2011 में की थी। स्वास्थ्य सेवाओं में और सुधार के लिए भारत सरकार के विशेषज्ञ दल का भी स्वागत है। हम उनसे विचार-विमर्श और सहयोग से प्रदेश में चिकित्सा सेवाओं में सुधार के लिये तैयार हैं। निरोगी राजस्थान हमारी प्राथमिकता है। मीडिया किसी भी दबाव में आए बिना तथ्य प्रस्तुत करे, स्वागत है।'