World No Tobacco Day 2018 - वैश्विक सर्वे : रोजाना 5500 बच्चे जा रहे है तम्बाकू की गिरफ्त में

वैश्विक सर्वे के अनुसार रोज 55 सौ बच्चों को तम्बाकू की लत लग रही हैं। ग्लोबल एडल्ट टोबैको सर्वे ऑफ इंडिया (गैट्स) के मुताबिक महिलाओं में भी तंबाकू खाने की लत दो फीसदी तक बढ़ी है। आलम यह है कि प्रति वर्ष दुनिया में 60 लाख लोग तम्त्बाकू उत्पादों के सेवन से होने वाली बीमारियों की चपेट में आ रहे हैं। उक्त जानकारी बुधवार को विश्व तम्बाकू निषेध दिवस की पूर्व संध्या पर दी गई। कलेक्ट्रेट के डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम सभागार में आयोजित कार्यक्रम में तम्बाकू मुक्त लखनऊ में सहयोग करने वालों का सम्मान भी किया गया। मुख्य अतिथि डीएम कौशलराज शर्मा की मौजूदगी में हुए कार्यक्रम में तम्बाकू उत्पादों के सेवन में कमी लाने और लखनऊ को तम्बाकू मुक्त बनाने का संकल्प लिया गया।

विनोबा सेवा आश्रम, शहरी विकास विभाग एवं नगर निगम के सहयोग से तम्बाकू मुक्त लखनऊ अभियान चला रहा है। अभियान के प्रमुख रमेश भइया ने बताया कि हृदय रोग, कैंसर, मधुमेह और सांस के रोगों में होने वाली मौतों के पीछे कहीं न कहीं तंबाकू उत्पादों का सेवन होता है।

इस पर लगाम कसने के लिए नगर निगम ने वेंडर लाइसेंस व इससे जुड़े कानून को लागू करने की कवायद शुरू कर दी है। डीएम ने तम्बाकू को महामारी बताते हुए सामाजिक रूप से बहिष्कार करने की अपील करते हुए कहा कि वॉर्डों को साफ-सुथरा रखने के साथ ही तम्बाकू से निजात का भी संकल्प लेना होगा।

नौनिहालों को बचाना होगा

स्कूल-कॉलेजों के आसपास तम्बाकू उत्पादों की बिक्री बंद करने की जरूरत बताते हुए नौनिहालों को बचाने और कल के सुनहरे भविष्य को लेकर तम्बाकू मुक्त लखनऊ बनाने में सहयोग मांगा। कार्यक्रम के सलाहकार जेपी शर्मा ने कहा कि तम्बाकू के कारण हृदय रोगों की चपेट में आने वालों की संख्या भी तेजी से बढ़ रही है। इस मौके पर अभियान से जुड़े स्वयं सेवकों और पत्रकारों को सम्मानित भी किया गया।

यह है हाल

38 लाख लोग हर साल दुनिया में संचारी रोग से मरते हैं

60 लाख तम्बाकू से दुनिया हर साल दम तोड़ते हैं

27.49 करोड़ लोग भारत में किसी न किसी रूप में तम्बाकू का सेवन करते हैं।

35% आबादी तम्बाकू उत्पादों का सेवन कर रही देश में