अजमेर : उपवास रखकर जारी रहा पटवारियों का आन्दोलन, 15 जनवरी से हुई थी शुरुआत

प्रदेश में कार्यरत पटवारियों में रोष व्यापत हैं और वे अपनी मांगों को लेकर लगातार आन्दोलन कर रहे हैं। 15 जनवरी से शुरुआत हुआ यह आन्दोलन आज उपवास रखकर जारी रहा। महिला दिवस के इस मौके पर आन्दोलन में महिलाएं भी शामिल रही और मुख्यमंत्री के नाम जिला कलक्टर को ज्ञापन सोंपा। इस आन्दोलन से पटवार मंडलों पर जमीन की नकल, जाति प्रमाण पत्र, पेंशन सत्यापन, प्रधानमंत्री किसान सत्यापन, नामांतरण, KCC, सीमा ज्ञान/पत्थरगढ़ी, समर्थन मूल्य नकल, सम्पर्क शिकायत निस्तारण, अतिक्रमण पर कार्यवाही, गिरदावरी/क्रॉप कटिंग सहित अन्य कार्य प्रभावित हो रहे हैं। ऐसे में ग्रामीणों को परेशानी उठानी पड़ रही है और अब आन्दोलन जारी रहने से ग्रामीणों की परेशानी और बढ़ जाएगी।

पटवार संघ के ज़िलाध्यक्ष विनोद रतनू ने बताया कि पटवार संघ अपने ग्रेड पे बढ़ोतरी कर 3600 करने, नो वर्क नो पे का आदेश वापस लेने और वेतन विसंगति को दूर करने के लिए लगातार संघर्षरत है। इन्ही मांगों को लेकर पटवारी आन्दोलन कर रहे है, लेकिन सरकार उनकी मांगों पर कोई कार्रवाई नहीं कर रही है। ऐसे में आज धरना दिया गया और महिला पटवारी भी शामिल हुई। सभी ने उपवास रखकर विरोध जताया।

रतनू ने बताया कि पटवारियों ने आन्दोलन की शुरूआत 15 जनवरी से की। 30 जनवरी तक अतिरिक्त पटवार मण्डल के कार्य का बहिष्कार किया, लेकिन सरकार ने नहीं सुनी तो इसे आगे बढ़ाते हुए 28 फ़रवरी कर दिया। अजमेर जिले में 550 पटवार मंडल है और 282 पटवारी ही कार्यरत है। ऐसे में गत 15 जनवरी से अतिरिक्त कार्य के चल रहे बहिष्कार से कार्य प्रभावित हो रहा है। पटवार संघ ने सभी सरकारी सोशल मीडिया ग्रूप भी छोड़ दिए और 8 फ़रवरी को लाल बस्ता सड़क पर कार्यक्रम रखा। इसके बाद ज्ञापन भी दिए गए। फिर भी सरकार ने कोई सकारात्मक कदम नहीं उठाया और मजबूरन एक मार्च से पैन डाउन हड़ताल की है। फिर भी मांगे नहीं माने जाने पर आन्दोलन किया जाएगा।