नोएडा: मॉल में महिला के साथ दुर्व्यवहार, दोनों पक्ष से 2-2 गिरफ्तार, अखिलेश यादव ने की यूपी सरकार की आलोचना

नोएडा। नोएडा के एक मॉल में एक महिला ने कुछ लोगों द्वारा दुर्व्यवहार किए जाने की शिकायत की, जिसके बाद पुलिस ने कार्रवाई की और बाद में गिरफ्तारियाँ कीं। यह घटना 4 अगस्त को सेक्टर 39 पुलिस स्टेशन की सीमा के अंतर्गत सेक्टर 38ए के गार्डन गैलेरिया मॉल में हुई। महिला अंजू यादव ने शुरू में इस मुद्दे को उजागर करने के लिए सोशल मीडिया का सहारा लिया, जिसमें पुलिस पर पक्षपात और पुरुषों द्वारा दुर्व्यवहार का आरोप लगाया गया। नोएडा पुलिस ने बाद में चार लोगों को गिरफ्तार किया - विवाद में शामिल दोनों पक्षों से दो-दो।

अंजू ने पहले वीडियो में दावा किया, उसके साथ मौजूद लोगों ने मेरे साथ जो किया, उससे किसी भी पति या देवर को गुस्सा आ जाता और उन्होंने भी अपना गुस्सा दिखाया और उस पर चिल्लाए। उस महिला ने हमें पुलिस केस में फंसाने की धमकी दी।

उन्होंने कहा, मामला बढ़ गया और पुलिस को बुलाया गया जो हमें पुलिस चौकी ले गई। दोनों पक्षों ने आपसी सहमति के बाद समझौता कर लिया। कल मैंने जो वीडियो सोशल मीडिया पर पोस्ट किया, शायद मैंने उकसावे में ऐसा किया। लेकिन अब हम पुलिस की कार्रवाई से संतुष्ट हैं।

दूसरे वीडियो में अंजू यादव ने कहा कि हो सकता है कि उन्होंने उकसावे में आकर शुरुआती वीडियो पोस्ट किया हो और पुलिस की कार्रवाई पर संतोष जताया। उन्होंने माना कि शुरू में आपसी सहमति से मामला सुलझ गया था, लेकिन बाद में दोनों पक्षों ने एक-दूसरे के खिलाफ एफआईआर दर्ज करा दी।

सपा नेता अखिलेश ने की सरकार की आलोचना

समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने महिला सुरक्षा को लेकर भाजपा के नेतृत्व वाली उत्तर प्रदेश सरकार की आलोचना की और कहा कि महिला का रुख दबाव के कारण बदला है। उन्होंने शुरुआती वीडियो शेयर किया और महिलाओं की सुरक्षा में विफल रहने के लिए राज्य सरकार की निंदा की।

यह नोएडा की एक बहू की पुकार है। यूपी में कोई बहन, बेटी, बहू सुरक्षित नहीं है, क्योंकि थाने सरकार और प्रशासन द्वारा दिए गए 'आर्थिक टारगेट' को पूरा करने में व्यस्त हैं।

पूर्व यूपी सीएम ने हिंदी में एक्स पर पोस्ट किया, प्रदेश के मुख्यमंत्री के लिए इससे शर्मनाक और क्या हो सकता है कि प्रदेश की एक महिला वीडियो के जरिए रो-रोकर अपनी इज्जत बचाने की गुहार लगा रही हो। भाजपा भ्रष्ट व्यवस्था का पर्याय बन गई है।

उन्होंने कहा, ''हुक्मरान भले अपने हुक्म से बदलवा दे किसी की जुबान पर बदल नहीं सकती, सिसकियों की गवाही और बयान (शासक अपने आदेश से किसी की भाषा बदल सकता है, लेकिन सिसकियों की गवाही और बयान नहीं बदल सकते)''।

नोएडा पुलिस ने गिरफ़्तारियों की पुष्टि की और कहा कि निष्पक्ष और सख्त जांच की जा रही है। उन्होंने इस बात पर ज़ोर दिया कि दोनों पक्षों की महिलाएँ शामिल थीं और उचित कानूनी कार्यवाही चल रही है।