श्रीगंगानगर में कैंसिल चेक से जालसाजी कर व्यापारी के बैंक अकाउंट से 10 लाख रुपए निकालने का मामला सामने आया जिसमें काेतवाली थाना पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया हैं। उक्त मूल चेक के नंबर का हिस्सा चेक में से निकालकर फर्म के रिकार्ड में भी रखा गया तथा शेष चेक काे नष्ट कर दिया गया था। इसके बावजूद उसी चेक के नंबर की कूटरचना करके हूबहू फर्जी हस्ताक्षराें के आधार पर फर्जी चेक पर 10 लाख रुपए की राशि अंकित करके 10 लाख रुपए की राशि काे ट्रांसफर करवा लिया गया।
उप पुलिस अधीक्षक शहर अरविंद्र कुमार के सुपरविजन व काेतवाल गजेंद्रसिंह के नेतृत्व में एसआई जयकुमार व कानि। विरेंद्र गाेदारा, भगवान सिंह की टीम ने तकनीकी साधनाें व बैंक के रिकार्ड के आधार पर आराेपी रिंकूसिंह पुत्र जरनैलसिंह निवासी मेहमडा जिला फतेहाबाद हरियाणा काे गिरफ्तार किया है। आराेपी काे न्यायालय में पेश कर 4 दिन का पुलिस रिमांड हासिल किया गया है। आराेपी के खिलाफ पूर्व में कुल 18 प्रकरण दर्ज हैं। इनमें से आराेपी एनडीपीएस के प्रकरण में मानसा जेल में सजा काट रहा है, जाे पैराेल पर चल रहा है।आराेपी द्वारा षडयंत्र रचकर फर्जी चेक तैयार कर श्रीगंगानगर के व्यापारी की फर्म के खाते से 10 लाख रुपए अपने खाते में डालकर धाेखाधड़ी की गई। एसपी राजन दुष्यंत ने बताया कि 2 सी 17 सुखाड़ियानगर निवासी सुरेशकुमार पुत्र भरतलाल ने 11 जनवरी काे मुकदमा दर्ज कराते हुए बताया कि महावीर ऑयल एंड जनरल मिल नजदीक शिव चौक सूरतगढ़ राेड का वह भागीदार है। प्रार्थी की फर्म का बैंक खाता काेटक महेंद्रा बैंक एसडी काॅलेज के सामने चल रहा है। 8 जनवरी काे सुबह 10 बजे अपने खाता काे चेक किया ताे ज्ञात हुआ कि 10 लाख रुपए की राशि 7 जनवरी काे निकासी हुई है। बैंक मैनेजर से संपर्क किया तो पता चला कि चेक संख्या 000004 से रुपयाें की निकासी की गई है। पुलिस के मुताबिक सुरेश ने जानकारी दी कि उसके द्वारा यह चेक कैंसिल कर दिया गया था।