रूस ने यूक्रेन पर Wiper मैलवेयर से किया साइबर हमला, जानें क्यों है खतरनाक और कैसे करता है काम

यूक्रेन पर रूसी हमले का आज दूसरा दिन है। गुरुवार को पूरे देश में जगह-जगह रूस ने करीब 200 से ज्यादा हमले किए। सभी इलाकों में लोगों में दहशत देखी गई। रूस ने Ukraine पर अपना स्पेशल मिलिट्री ऑपरेशन शुरू कर दिया है। इसमें साइबर-वार भी शामिल है। खबर है कि यूक्रेन पर बड़ा साइबर हमला किया जा रहा है। यूक्रेन की कई सरकारी वेबसाइट्स को हैक किया जा चुका है। इसमें बड़ा कंसर्न Wiper मैलवेयर को लेकर है।

Wiper मैलवेयर से किसी भी सिस्टम में स्टोर डेटा को हमेशा के लिए खत्म किया जा सकता है। यानी फिर इसे रिकवर करना पॉसिबल नहीं है। रिपोर्ट के अनुसार कुछ हैकिंग टूल्स को हाल ही में डेवलप किया गया है। इन टूल्स के जरिए ही यूक्रेन पर साइबर हमला किया जा रहा है। यानी इन मैलवेयर का काउंटरअटैक सॉफ्टवेयर बनाने में समय लग सकता है। जिसका फायदा अटैकर्स को मिल रहा है। अब ऐसे में सवाल उठता है कि Wiper मैलवेयर क्या है और ये कंप्यूटर पर कैसे अटैक करता है।

क्या है Wiper मैलवेयर?

Wiper मैलवेयर जिस भी सिस्टम पर अटैक करता है उसका सभी डेटा डिलीट कर देता है। इतना ही नहीं दोबारा डेटा को रिकवर नहीं किया जा सकता है। यानी एक बार जो डिलीट हो गया वो वापिस नहीं आ सकता। दूसरे पब्लिक मैलवेयर की तरह इसका यूज पैसे चुराने या सिस्टम को कंट्रोल में लेने के लिए नहीं किया जाता है। Wiper का मकसद सिस्टम को पूरी तरह से खत्म कर देना है। इस वजह से युद्ध के समय Wiper का यूज बेनिफिट देता है।

कैसे करता है टारगेट?

इस मैलेवयेर को यूज करने के पीछे की वजह इसके होने का सबूत मिटाना है। यानी जो भी इसका यूज करता वो दुनिया के सामने नहीं आना चाहता है। इस केस में रिपोर्ट में बताया गया है इसका यूज रूस कर रहा है हालाकि, वे अपने ऊपर लगाए गए आरोपों का खंडन कर रहा है। Wiper सिस्टम रिकवरी टूल को अटैक करने में कैपेबल है। इससे यूजर के पास कुछ भी दावे के लिए नहीं बचता है। ऐसा संभव है कि ये मैलवेयर ह्यूमन एरर या साइबर हाइजिन की कमी का फायदा उठा कर सिस्टम को अपना शिकार बनाता है। सिक्योरिटी एक्सपर्ट्स किसी सस्पेक्टेड फाइल या सॉफ्टवेयर को डाउनलोड ना करने की सलाह देते हैं।