महिलाओं के साथ डांस करती नजर आई ममता बनर्जी, वीडियो हुआ वायरल

पश्चिम बंगाल की मुख्‍यमंत्री ममता बनर्जी का डांस वीडियो वायरल हो रहा है। यह वीडियो सामूहिक विवाह कार्यक्रम का, जिसमें कई लोग शामिल हुए थे। इस वीडियो में जनजातीय समुदाय की महिलाएं खुशी में थिरक रही है। इस सामूहिक विवाह कार्यक्रम में ममता भी पहुंची थीं, जो विवाह समारोह की खुशी में थिरक रही महिलाओं के साथ डांस करने लगीं। इस व‍िवाह कार्यक्रम का आयोजन मालदा में किय गया था, जिसमें जनजातीय समुदाय के कई लड़के-लड़कियों के हाथ पीले हुए। बता दे, जनजातीय समुदाय की लड़कियों व लड़कों के इस विवाह कार्यक्रम के आयोजन से कुछ दिनों पहले ही सरकार ने जॉय बांग्‍ला और जॉय जोहर नाम की योजना शुरू की, जिसके तहत इस समुदाय के बुजुर्गों के लिए मासिक पेंशन की व्‍यवस्‍था की गई है। इसे पश्चिम बंगाल में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले तृणमूल कांग्रेस द्वारा जनजातीय समुदाय तक पहुंच बनाने और उनका समर्थन जुटाने के तौर पर देखा जा रहा है।

दिल्‍ली हिंसा से ध्‍यान भटकाने के लिए कोरोना वायरस को लेकर मच रही है 'हायतौबा'

दिल्‍ली में नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) को लेकर दो समुदायों में हुई झड़प के बाद भड़की सांप्रदायिक हिंसा को लेकर केंद्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई वाली सरकार पर हमला करते हुए बुधवार को दक्षिण दिनाजपुर जिले के बुनियादपुर में एक रैली के दौरान ममता ने कहा कि केंद्र सरकार दिल्‍ली हिंसा से ध्‍यान भटकाने के लिए कोरोना वायरस को लेकर डर पैदा कर रही है। इस क्रम में उन्‍होंने कुछ चैनलों को भी आड़े हाथों लिया, जिन पर कोरोना वायरस की खबरों को प्रमुखता से दिखाया जा रहा है। बता दे, चीन में कहर बरपाने वाले कोरोना वायरस ने भारत में भी दस्‍तक दे दी है। देश में अब तक इस वायरस ने 28 लोगों के संक्रमित कर दिया है। वहीं, दुनिया में इस वायरस की वजह से मरने वालों की संख्या 3000 से ज्यादा हो गई है। कोरोना वायरस को लेकर भारत में खौफ का माहौल बन गया है।

ममता ने कहा 'आज कुछ लोग कोरोना, कोरोना चिल्‍ला रहे हैं। हां यह खतरनाक बीमारी है, लेकिन इसे लेकर डरने की कोई जरूरत है। कुछ चैनल इस पर बढ़ा-चढ़ाकर रिपोर्ट कर रहे हैं और इसकी आड़ में दिल्‍ली हिंसा की घटना पर पर्दा डालने की कोशिश की जा रही है।' कोरोना वायरस को वैश्विक चिंता करार देते हुए ममता ने कहा कि दिल्‍ली हिंसा में जिन लोगों की मौत हुई है, वे कोरोना वारयरस से नहीं मरे हैं। उन्‍हें बीजेपी ने मारा है। अगर ये लोग कोरोना वायरस से मरे होते तो हम समझ सकते थे कि वे एक ऐसी बीमारी से मरे हैं, जिनका इलाज अभी उपलब्‍ध नहीं है। लेकिन अच्‍छे-खासे लोगों को निर्ममतापूर्वक मार दिया गया। जिंदगियां छीन ली गईं। बीजेपी ने कई परिवारों को तबाह कर दिया। लेकिन उनका अहंकार देखिये, उन्‍होंने इसके लिए माफी तक नहीं मांगी।