जीरो से नीचे पहुंचा राजस्थान के पांच शहरों का न्यूनतम तापमान, अगले दो दिन कोई राहत नहीं

राजस्थान को जहां एक तरफ कड़ाके की गर्मियों के लिए जाना जाता है वहीँ इस समय यहां सर्दी का कहर जारी है। प्रदेश के की हिस्से ऐसे हैं जहां सर्दियां रिकॉर्ड तोड़ रही हैं और तापमान नीचे जाता ही जा रहा हैं। सीकर के फतेहपुर में लगातार चौथे दिन भी तापमान माइनस में दर्ज हुआ। वहीं, चूरू, सीकर, करौली, जोबनेर में भी आज न्यूनतम तापमान माइनस में रहा। इन शहरों में आज भी खुले इलाकों में बर्फ की परत जमी नजर आई। आने वाले अगले दो दिन और परेशानी बढ़ा सकते हैं। राजस्थान में कड़ाके की सर्दी का कहर जारी है। इधर, भीलवाड़ा, चित्तौड़गढ़, नागौर जैसे शहर जो कल जमाव बिंदु पर पहुंच गए थे, वहां आज तापमान में बढ़ोतरी हुई, लेकिन ठण्ड से कोई खास राहत नहीं मिली।

सबसे ठण्डी रात जयपुर के जोबनेर में रहीं, जहां न्यूनतम तापमान -3 डिग्री सेल्सियस रहा। तेज सर्दी के कारण खेतों में, पेड़ों पर ओंस की बूंदी जमकर कांच के झूमर की तरह दिखने लगी। इससे एक दिन पहले जोबनेर में पारा -5 पर पहुंच गया था, जो पिछले ढाई दशक का सबसे कम तापमान रहा था। जोबनेर के अलावा आज सीकर के फतेहपुर शेखावाटी में पारा -2.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ। ये लगातार चौथा दिन है, जब यहां पारा माइनस में रहा। अब यहां फसलों पर पाला पड़ने का खतरा बढ़ गया। फतेहपुर के अलावा सीकर और चूरू शहर में आज का न्यूनतम तापमान -0.5 डिग्री सेल्सियस रहा। पूरे शेखावाटी अंचल में पिछले 3-4 दिन से पड़ रही कड़ाके की सर्दी से लोग पेरशान हो गए।

जयपुर मौसम केन्द्र के निदेशक राधेश्याम शर्मा ने बताया कि 21 दिसंबर से उत्तरी हवाओं का पैटर्न बदलेगा और मैदानी इलाकों में सर्दी कम होने लगेगी। प्रदेश में दक्षिण-पश्चिमी क्षेत्र से हवाएं आने से तापमान में बढ़ोतरी होगी। 22 दिसंबर से राज्य को शीत लहर से राहत मिलने लगेगी और कड़ाके की सर्दी का कहर कम हो जाएगा। अधिकांश शहरों में न्यूनतम तापमान 8 से 10 डिग्री सेल्सियस तक चला जाएगा।