उफ ये गर्मी! देश के कई इलाकों में 46 डिग्री के पार तापमान, जानें कब मिली राहत

देशभर में पिछले कुछ दिनों से लोगों को भीषण गर्मी और हीटवेव का सामना करना पड़ रहा है। देश के कई इलाकों में पारे ने 47 डिग्री सेल्सियस का स्तर छू लिया है या छूने के करीब है। बात अगर देश की राजधानी दिल्ली की करें, तो सफदरजंग वेधशाला ने शुक्रवार को लगातार दूसरे दिन अधिकतम तापमान 43.5 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया। इससे पहले 18 अप्रैल, 2010 को दिल्ली में अधिकतम तापमान 43.7 डिग्री दर्ज किया गया था। वहीं, मौसम विभाग ने आज के लिए पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, राजस्थान और मध्य प्रदेश के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी करते हुए चेतावनी जारी की है।

शुक्रवार को उत्तर प्रदेश के बांदा में अप्रैल में रिकॉर्ड उच्च तापमान 47.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया, जो महीने के लिए उच्च तापमान रहा। देश के कई बड़े राज्यों में पारा 46 डिग्री के पार पहुंच गया। उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में 46.8 और झांसी में 46.2 तापमान रिकॉर्ड किया गया। दिल्ली के स्पोर्ट्स कॉम्पेल्कस में पारा 46.4 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया। वहीं राजस्थान के गंगानगर (46.4), मध्य प्रदेश के नऊगोंग (46.2) और महाराष्ट्र के चंद्रापुर (46.4) डिग्री सेल्सियस रहा। गुरुग्राम में इस महीने का उच्चतम तापमान 45.9 डिग्री दर्ज किया गया है। इस साल मार्च महीने से ही उत्तर भारत में भीषण गर्मी पड़ने लगी थी। राजस्थान, महाराष्ट्र के कुछ इलाकों में पिछले दो महीने के दौरान 40 डिग्री से 45 डिग्री के बीच दर्ज किया गया। मार्च महीने से ही अब तक देश में चार हीट वेव के स्पेल देखे जा चुके हैं। वहीं, IMD के महानिदेशक, डॉ एम महापात्र की मानें तो, अप्रैल 2022 में उत्तर पश्चिमी और मध्य भारत में औसत अधिकतम तापमान पिछले 122 वर्षों में क्रमशः 35.90 डिग्री सेल्सियस और 37.78 डिग्री सेल्सियस के साथ सबसे अधिक है।

भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) के महानिदेशक रह चुके डॉ के। जे. रमेश का कहना है कि जलवायु परिवर्तन से भारत के वातावरण में जो बदलाव सन 2025 और 2030 में आने का अनुमान लगाया जा रहा था, वह अभी से दिखाई देने लगे हैं। डॉ रमेश ने बताया कि हम पूर्व-औद्योगिक युग से 1.2 डिग्री सेल्सियस वॉर्मिंग का स्तर पहले ही पार कर चुके हैं, इसलिए मौसम में बदलाव तो होने ही थे। लेकिन ये बदलाव इतनी जल्दी हो जाएंगे, इसका अनुमान नहीं था। भारत उन कुछ देशों में से एक है, जिनमें इस साल इतनी जल्दी गर्मी ने जोर पकड़ा है। अप्रैल में औसत मासिक तापमान लगभग 30 डिग्री सेल्सियस रहा है, लेकिन जो विसंगतियां हम देख रहे हैं, वो इससे कहीं ज्यादा हैं।

इन राज्यों के लिए जारी किया ऑरेंज अलर्ट

भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के अनुसार उत्तर पश्चिम और मध्य भारत में 2 मई तक और पूर्वी भारत में 30 अप्रैल तक लू चलेगी। जबकि, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, राजस्थान और मध्य प्रदेश में शनिवार के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। हालांकि, पश्चिमी विक्षोभ के कारण सोमवार से लू के समाप्त होने की संभावना है। इसका प्रभाव उत्तर पश्चिमी भारत पर 1 मई से पड़ने की संभावना है।

वहीं, राजस्थान, दिल्ली, पंजाब और हरियाणा के लिए राहत की खबर ये है कि यहां 2 से 4 मई के बीच गरज के साथ हल्की बारिश हो सकती है। वरिष्ठ वैज्ञानिक आरके जेनामनी ने न्यूज एजेंसी पीटीआई को बताया है कि 2 से 4 मई तक इन राज्यों में अधिकतम तापमान 36 से 39 डिग्री सेल्सियस के बीच रहेगा।

मौसम विभाग की मानें तो ये भीषण गर्मी बुजुर्गो और बच्चों की सेहत पर असर डाल सकती है। इसलिए बुजुर्गों और बच्चों को धूप में जाने से बचना चाहिए। मौसम विभाग द्वारा जारी की गई एडवाइजरी में कहा गया है कि बच्चों और बुजुर्गों को गर्मी से बचने के लिए हल्के रंग के कपड़े पहनने चाहिए, घर से बाहर निकलने से पहले सर को ढ़कना चाहिए।

वहीं, यूपी में बुन्देलखण्ड के हमीरपुर जिले के डीएम डॉ चन्द्र भूषण ने गर्म हवाओं से बचने के लिए एडवाइजरी जारी करते हुए कहा है कि जनपद में लगातार तापमान बढ़ने के साथ-साथ गर्म हवा / लू का प्रकोप भी बढ़ गया है। लू से जनहानि भी हो सकती है। इसके असर को कम करने के लिए और लू से होने वाली जनहानि की रोकथाम के लिए जरूरी सावधानियों एवं बचाव आवश्यक हैं।

धूप से बचने के लिए करे ये उपाय

उन्होंने बताया कि लू के असर को कम करने के लिए और कड़ी धूप में बाहर न निकलें, खासकर दोपहर 12:00 बजे से 3:00 बजे तक के बीच में। जितनी बार हो सके पानी पियें, प्यास न लगे तो भी पानी पियें। हल्के रंग के ढीले - ढीले सूती कपड़े पहनें। धूप से बचने के लिए गमछा, टोपी, छाता, धूप का चश्मा, जूते और चप्पल का इस्तेमाल करें। सफर में अपने साथ पानी रखें, शराब, चाय, कॉफी जैसे पेय पदार्थों का इस्तेमाल न करें।