सत्ता की चाबी अब भी हमारे पास, कांग्रेस-भाजपा में से कोई भी हमारे लिए अछूत नहीं : दुष्यंत चौटाला

हरियाणा विधानसभा चुनाव के नतीजों ने राजनीतिक उठापटक तेज कर दी है। भारतीय जनता पार्टी की गाड़ी बहुमत से 6 सीट दूर ही अटक गई, ऐसे में हरियाणा लोकहित पार्टी के सिरसा विधायक और राज्य में पूर्व मंत्री रहे गोपाल कांडा ने अहम भूमिका निभाई और हरियाणा में एक बार फिर भाजपा सरकार बनने जा रही है। ऐसा पहली बार नहीं है जब गोपाल कांडा ने राज्य में सरकार बनाने में अहम भूमिका निभाई हो, ठीक दस साल पहले जब भूपेंद्र सिंह हुड्डा बहुमत से दूर रह गए थे तब भी गोपाल कांडा संकटमोचक बनकर सामने आए थे।

वही हरियाणा विधानसभा चुनाव परिणाम आने के बाद प्रदेश में 'किंगमेकर' बनकर उभरी जननायक जनता पार्टी के अध्यक्ष दुष्यंत चौटाला ने शुक्रवार को दिल्ली में प्रेस कॉन्फ्रेंस की। उन्होंने बताया कि आज हमारी विधायक दल की बैठ हुई जिसमें मुझे विधायक दल का नेता चुना गया है। इस दौरान उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी के अंदर लोगों ने कांग्रेस या बीजेपी के साथ जाने की मांग की है। उन्होंने कहा कि जो पार्टी हमारे कॉमन मिनिमम प्रोग्राम की बात मानेगा, हमारी पार्टी उसी के साथ जाएगी और समर्थन देगी। हमारे लिए भाजपा-कांग्रेस में से कोई भी अछूत नहीं है।

बता दे, JJP के दुष्यंत चौटाला ने शुक्रवार को अपने पिता अजय चौटाला से तिहाड़ जेल में मुलाकात की। पिता-पुत्र की ये मुलाकात करीब 25 मिनट तक चली। जेजेपी हरियाणा में तीसरे नंबर की पार्टी बनकर उभरी है और उसके खाते में कुल 10 सीटें हैं।