3.5 घंटे हवा में रहने के बाद कराई गई विमान की लैंडिंग, बाल-बाल बचे 153 यात्री, बचा था सिर्फ 5 मिनट का फ्यूल

मुंबई से दिल्ली जा रहे विस्तारा एयरलाइन्स के एक विमान की लखनऊ एयरपोर्ट पर इमरजेंसी लैंडिंग कराई गई। इस विमान में 153 यात्री सवार थे। इस दौरान लगभग तीन घंटे तक विमान में सवार पैसेंजर्स की जान संकट में फंसी रही, क्योंकि जिस वक्त विमान को एयरपोर्ट पर उतारा गया उस वक्त उसमें सिर्फ 5 मिनट का फ्यूल बचा था। दिल्ली जा रहे विमान को पहले लखनऊ डायवर्ट किया गया, फिर इसे प्रयागराज भेजा गया लेकिन वहां पहुंचने से पहले ही फ्लाइट को फिर लखनऊ वापस आना पड़ा। लो विजिबिलिटी की वजह से लैंडिंग में दिक्कत आ रही थी और आखिरकार जब पायलटों ने इमर्जेंसी मेसेज भेजकर विमान को लखनऊ एयरपोर्ट पर उतारा तो फ्यूल टैंक तकरीबन खाली था। ईंधन की स्थिति गंभीर होने के कारण, पायलटों ने 'Fuel Mayday' घोषित किया, जिसने एयर ट्रैफिक कंट्रोल को उनकी स्थिति की गंभीरता का संकेत दिया। अच्छे मौसम और लखनऊ एयर ट्रैफिक कंट्रोलर (वायु यातायात नियंत्रक) की मुस्तैदी की वजह से एयरक्राफ्ट किसी हादसे का शिकार होने से बच गया।

बता दे, ए-320 नियो एयरक्राफ्ट की ऑपरेटिंग फ्लाइट UK944 मुंबई से दोपहर 2:40 बजे 8,500 किलो ईंधन के साथ रवाना हुई थी। मुंबई और दिल्ली के बीच का फ्लाइंग टाइम दो घंटे से कम का है। मामले की जांच कर रहे डीजीसीए ने के दोनों पायलटों के विमान उड़ाने पर रोक लगा दी है।

एक सीनियर पायलट का इस घटना पर कहना है, 'यह एक चमत्कार है कि विमान लैंड हो गया। हर किसी के मन में बड़ा सवाल यह है कि पायलटों ने दिल्ली के रास्ते में लखनऊ डायवर्ट होने के बाद ऑटो लैंड (फुली ऑटोमेटेड लैंडिंग) का विकल्प क्यों नहीं चुना? फ्यूल इमर्जेंसी और लो विजिबिलिटी के मामले में यह एक मानक प्रक्रिया है। लखनऊ से फिर इलाहाबाद डायवर्ट करना भयंकर चूक है।'