
र्नल सोफिया कुरैशी पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने वाले मध्य प्रदेश के मंत्री विजय शाह की गिरफ्तारी पर रोक जारी रहेगी, और सुप्रीम कोर्ट ने जांच कर रही एसआईटी को अपनी जांच पूरी करने के लिए अतिरिक्त समय प्रदान किया है।
मंत्री विजय शाह के खिलाफ कर्नल सोफिया पर की गई विवादित टिप्पणी के मामले में एसआईटी ने आज सुप्रीम कोर्ट में सील बंद लिफाफे में अपनी स्टेटस रिपोर्ट जमा कराई। सूत्रों के अनुसार रिपोर्ट में बताया गया है कि जांच अभी शुरुआती चरण में है, इसलिए और समय की जरूरत है।
एसआईटी ने यह भी कहा कि मामले में लिए गए बयानों के वीडियो भोपाल के फॉरेंसिक साइंस लैब (FSL) को भेजे गए थे, लेकिन संसाधन की कमी के कारण वे वापस लौट आए। एक पत्रकार के मोबाइल फोन को CFSL को भेजा गया है। अब तक इस मामले में सात गवाहों के बयान दर्ज किए जा चुके हैं। इसके अलावा घटना से जुड़ी वीडियो फुटेज और मीडिया रिपोर्ट्स का अध्ययन भी किया गया है। मंत्री विजय शाह के माफी वाले बयान की भी जांच चल रही है।
सुप्रीम कोर्ट ने आज की सुनवाई के बाद एसआईटी को जांच पूरी करने के लिए अतिरिक्त समय देने का निर्देश दिया, साथ ही विजय शाह की गिरफ्तारी पर रोक को भी कायम रखा। यह मामला मध्य प्रदेश की मोहन यादव सरकार में मंत्री विजय शाह द्वारा ऑपरेशन सिंदूर की जानकारी मीडिया के सामने लाने वाली कर्नल सोफिया कुरैशी पर विवादित टिप्पणी करने से जुड़ा है।
कोर्ट ने अपने आदेश में यह भी उल्लेख किया कि मामले में डीआईजी द्वारा स्टेटस रिपोर्ट दाखिल की गई थी, जिसमें बताया गया था कि तीन आईपीएस अधिकारियों की एसआईटी गठित की गई है और 21 मई को जांच की गई। जांच में मंत्री के भाषण की स्क्रिप्ट तैयार की गई, मोबाइल फोन जब्त किए गए, और गवाहों के बयान दर्ज किए गए। जांच अभी प्रारंभिक चरण में है, इसलिए और समय मांगा गया है।
सुप्रीम कोर्ट ने यह भी आदेश दिया है कि मध्य प्रदेश हाई कोर्ट में इस मामले की समानांतर सुनवाई बंद की जाए, क्योंकि एक ही मामले की दोहरी सुनवाई नहीं हो सकती। अब इस मामले की अगली सुनवाई जुलाई के तीसरे सप्ताह में होगी।