20 मई काे राजस्थान में वैक्सीन का ग्लोबल टेंडर, कम समय में ज्यादा वैक्सीन सप्लाई करने वाली कंपनी को मौका

कोरोना महामारी के प्रकोप से बचने के लिए वैक्सीन बहुत जरूरी हैं जिसके लिए राजस्थान की सरकार द्वारा कोवीशील्ड के 3.75 करोड़ डोज के आर्डर दिए गए हैं लेकिन उनकी डिलीवरी होने में समय लगेगा। इसे देखते हुए प्रदेश सरकार 20 मई काे वैक्सीन का ग्लोबल टेंडर खोने जा रह हैं जिसमें उस कंपनी को ज्यादा मौका मिलेगा जो कम समय में ज्यादा से ज्यादा वैक्सीन सप्लाई करेगी। वैक्सीन खरीदने का फैसला रेट के आधार पर नहीं बल्कि डेट के आधार पर किया जाएगा। कम रेट पर देर से वैक्सीन सप्लाई करने वाली कंपनी से राज्य सरकार खरीद नहीं करेगी। इसके लिए राज्य सरकार महंगी कीमत चुकाने के लिए भी तैयार है, जिससे राज्य के ज्यादा से ज्यादा लाेगाें का टीकाकरण करके उन्हें काेराेना संक्रमण से बचाया जा सके।

टेंडर खुलने के दाैरान कंपनियाें की ओर से सबसे पहले अपना रेट काेट किया जाएगा। उसके बाद राज्य सरकार की ओर से यह पूछा जाएगा कि काैन सी कंपनी ज्यादा से ज्यादा वैक्सीन राज्य काे कितने कम समय में सप्लाई कर देगी। यदि काेई कंपनी कम रेट में वैक्सीन की सप्लाई सितंबर या अक्टूबर में देने का प्रस्ताव देती है ताे उसे खारिज किया जाएगा। राज्य सरकार उस कंपनी से वैक्सीन की सप्लाई लेगी, जाे टेंडर खुलने के तुरंत बाद 10 से 15 दिन के भीतर अपनी सप्लाई शुरू कर दे। इसी के आधार पर टेंडर सरकार फाइनल करेगी। इस प्रक्रिया में रूसी कंपनी स्पूतनिक, सीरम और भारत बायाेटेक ही शिरकत कर सकती है। क्याेंकि केंद्र सरकार की ओर से इन्हें ही लाइसेंस दिया गया है।

युवाओं में कोरोना वैक्सीनेशन के मामले में राजस्थान देश में सबसे आगे निकल चुका हैं। राजस्थान में युवाओं के लिए वैक्सीनेशन अन्य राज्यों की तुलना में तेज गति से चल रहा है। वैक्सीनेशन की कमी के बावजूद सात लाख से अधिक युवाओं को पहली डोज लगाकर प्रदेश ने महाराष्ट्र, दिल्ली, बिहार एवं यूपी जैसे राज्यों को भी पीछे छोड़ दिया है।