यूपी के 58 जिले ‘रहस्यमयी बुखार’ की चपेट में, सबसे ज्यादा केस फिरोजाबाद और मथुरा में

देश के कई राज्य ‘रहस्यमयी बुखार’ की चपेट में हैं। इस ‘रहस्यमयी बुखार’ का सबसे ज्‍यादा असर बच्‍चों में देखने को मिल रहा है। उत्तर प्रदेश, बिहार और मध्य प्रदेश में रोजाना सैकड़ों लोग वायरल फीवर की शिकायतों के बाद अस्पताल आ रहे हैं। अस्पताल आ रहे ज्यादातर मरीजों में डेंगू और वायरल फीवर स्क्रब टाइफस और लेप्टोस्पायरोसिस के मामले देखे जा रहे हैं। ये अलग-अलग तरह के फीवर हैं, जो बैक्टीरिया और वायरस की वजह से फैल रहे हैं।

उत्‍तर प्रदेश के 58 जिलों में संदिग्ध वायरल डेंगू और फ्लू का प्रकोप है। इसके अब तक 1358 मरीज अलग-अलग जिलों में सामने आ चुके हैं और सबसे ज्यादा केस फिरोजाबाद और मथुरा में मिले हैं। राज्य स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह ने बताया कि डेंगू और संदिग्ध वायरल से जो मौतें हुई हैं, वह ज्यादातर निजी अस्पतालों या घरों में हुई है जिनका सैंपल हम लोग नहीं ले सके थे। उत्तर प्रदेश में 5 तारीख से बड़ा अभियान चलाया गया है। इन 58 जनपदों के साथ सभी 75 जिलों में घर-घर टीमें पहुंच रही है। बुखार से संबंधित जानकारी भी ले रही है दवा भी दे रहे हैं और जो गंभीर हैं उनका सैंपल भी लिया जा रहा है।

स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि मुख्यमंत्री के निर्देश पर कई टीमें भी बनाई गई हैं जो अलग-अलग जिलों में जो काम कर रही हैं। लखनऊ मेडिकल कॉलेज समेत कई बड़े संस्थान की डॉक्टर्स को भेजा गया है साथ ही नोडल अधिकारियों को भी भेजा गया था जो चार-चार दिन रहकर हर जिले में आए हैं। प्रतिदिन हम रिपोर्ट मांग रहे हैं यह रिपोर्ट मुख्यमंत्री को भी अवगत कराया जाता है।

स्वास्‍थ्‍य मंत्री ने कहा है क‍ि ज‍िन लोगों के जिलों में मेडिकल कॉलेज नहीं है वह छोटे अस्पतालों में ना जाएं। हमने पीकू वार्ड बना रखे हैं। विशेष डॉक्टर भी हैं, तो वह हमारे डिस्टिक हॉस्पिटल में उस वार्ड में भर्ती हो और उनसे वहां इलाज कराएं। स्वास्‍थ्‍य मंत्री का बयान हमारी तैयारी पूरी है दो तरह के बीमारी से सामने आई हैं। हर 3 साल पर एसएसब्लू के केस आते हैं। 2019 में डेंगू ज्यादा फैला था और इस बार फिर डेंगू और संदिग्ध वायरल फैला है, जिस पर सरकार गंभीरता से काम कर रही है। संदिग्ध वायरल में 2 बीमारियों का नाम स्वास्थ्य मंत्री ने बताया है जिसमें पहला लेप्टोस्पायरोसिस और दूसरा स्क्रब टाइफस है।

डेंगू क्या है?

डेंगू मच्छर से फैलने वाला वायरल इन्फेक्शन है। एडीज मच्छर के काटने से डेंगू होता है। डेंगू होने पर तेज बुखार, सिरदर्द, मांसपेशियों एवं जोड़ों में दर्द, त्वचा पर चकत्ते निकल आते हैं।

डेंगू कैसे होता है?

हालांकि, ये वायरस 10 दिन से अधिक समय तक जीवित नहीं रहता है। डेंगू से निपटने के लिए कोई खास इलाज उपलब्ध नहीं है। सिर्फ इसके लक्षणों को पहचान कर ही आप इस पर काबू पा सकते हैं। आमतौर पर डेंगू का मच्छर शाम के समय पैरों पर काटता है।

कैसे करें पहचान?

बुखार आने के साथ-साथ बदन में दर्द होने लगे और ब्लड में प्लेटलेट्स की संख्या कम होने लगे तो ये डेंगू के लक्षण हैं। डेंगू में काफी तेज बदन दर्द होता है।