लखनऊ / कोरोना टेस्ट कराने के बाद गायब हो गए 2290 संक्रमित मरीज, दिया गलत नाम और पता

उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में कोरोना संक्रमण (Corona Infection) तेजी से पैर पसार रहा है। रविवार को प्रदेश में कोरोना के 3 हजार 953 नए मामले सामने आए। इसी के साथ संक्रमित मरीजों का कुला आंकड़ा 90 हजार को पार कर गया। प्रदेश में अब तक 92 हजार 921 लोग संक्रमित पाए गए हैं। प्रदेश में कुल 37 हजार 834 एक्टिव केस हैं, जबकि अब तक 53 हजार 357 लोग ठीक होकर डिस्चार्ज किए जा चुके हैं। प्रदेश में कोरोना से अब तक 1 हजार 730 लोगों की मौत हो चुकी है। राजधानी लखनऊ में पिछले 24 घंटे में 391 नए कोरोना के केस मिले हैं।

2290 संक्रमित मरीज गायब

लखनऊ में टेस्ट कराने के बाद कोरोना के 2 हजार 290 संक्रमित मरीज गायब है। इन मरीजों ने सरकारी रिकॉर्ड में गलत नाम, पते और मोबाइल नंबर दर्ज कराया। बताया जा रहा है कि 23 से 31 जुलाई के बीच इन मरीजों की जांच हुई थी। जांच कराने के बाद सभी गायब हो गए। जब प्रशासन ने इनके नाम और पते को खंगाला तो वे फर्जी पाए गए। जिसके बाद इसकी सूची पुलिस को सौंपी गई। अब सर्विलांस टीम इन मरीजों को तलाशने में जुटी है।

पुलिस कमिश्नर ने इन मरीजों की तलाश के लिए कोविड-19 सर्विलांस टीम को जिम्‍मेदारी सौंपी है। अब तक मिले 1171 मरीजों को हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया है। अब इनके खिलाफ गलत जानकारी देने के आरोप में कानूनी कार्रवाई भी की जाएगी। पुलिस कमिश्नर सुजीत पांडे के मुताबिक कोरोना संक्रमण की चेन तोड़ने के लिए हजारों की संख्या में जांच की गई। तमाम जगह कैंप लगाकर लोगों की जांच हुई। इस दौरान लोगों ने फॉर्म पर गलत, नाम, पता और मोबाइल नंबर भरा। जांच रिपोर्ट आने के बाद जब इनकी तलाश शुरू हुई तो नाम और पते गलत पाए गए।

दूसरी तरफ, जिला प्रशासन ने रविवार को कोविड-19 प्रोटोकॉल का उल्लंघन करने पर 189 व्यक्तियों से 70 हजार रुपए का जुर्माना वसूला। जिलाधिकारी अभिषेक प्रकाश ने बताया कि अब तक 7 हजार 179 लोगों से 27 लाख 13 हजार 667 रुपए का जुर्माना वसूला जा चुका है।