गायत्री प्रजापति के घर छापेमारी में ED को मिले 11 लाख के पुराने नोट, ड्राइवर के नाम 200 करोड़ की संपत्ति

रेप मामले में आरोपी व उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी की सरकार में मंत्री रहे गायत्री प्रजापति की मुश्किलें बढ़ती हुई नजर आ रही हैं। बुधवार को प्रवर्तन निदेशालय ने गायत्री प्रजापति के घर और ऑफिस समेत अन्य ठिकानों पर छापेमारी की। छापेमारी में कई अहम दस्तावेज बरामद हुए हैं। छापेमारी में ईडी को 11 लाख की पुरानी करेन्सी, डेढ़ लाख रुपये कैश और 5 लाख कीमत की सादे स्टाम्प समेत दर्जनों संपत्तियों के दस्तावेज बरामद किए गए हैं। इसके अलावा ड्राइवर के नाम 200 करोड़ की संपत्ति के सबूत हाथ लगने की बात सामने आ रही है। ईडी को छापेमारी में जो दस्तावेज मिले हैं, उनसे पता चलता है गायत्री प्रजापति की लखनऊ, कानपुर, मुंबई, सीतापुर समेत छह से ज्यादा शहरों में संपत्ति है। दावा है कि यह सारी संपत्ति खनन की कमाई से बनाई गई है। प्रवर्तन निदेशालय के खुलासे के अनुसार, कई बेनामी संपत्तियों में निवेश किया गया है और यह बेनामी संपत्तियां करीबी रिश्तेदारों, निजी सहायकों और ड्राइवरों के नाम पर ली गई हैं।

इसके अलावा गायत्री के बेटे ने कई मुखौटा कंपनियां बनाई, जिसके जरिए काली कमाई को सफ़ेद किया गया। साथ ही लखनऊ ने 110 एकड़ जमीन खरीदे जाने की जानकारी है। अब ईडी पुणे की रजिस्ट्री विभाग से भी जानकारी जुटाएगी। गौरतलब है कि पिछले साल अगस्त में गायत्री के खिलाफ प्रिवेंशन ऑफ़ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के तहत मामला दर्ज किया था।

दरअसल, बुधवार की ईडी की टीमों ने लखनऊ में गायत्री के बेटे के कार्यालय, कानपुर में उनके चार्टर्ड अकाउंटेंट, अमेठी में पूर्व मंत्री के ड्राइवर के घर टीम ने छापेमारी की।

आपको बता दें कि यूपी के पूर्व कैबिनेट मंत्री गायत्री प्रजापति अभी रेप के मामले में जेल में बंद हैं। साथ ही खनन के पट्टों के आवंटन मे धांधली के आरोप में उनके खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय और सीबीआई की जांच भी चल रही है। इस जांच के सिलसिले में गायत्री प्रजापति और उनके करीबियों पर कई बार छापेमारी हो चुकी है।