ISIS के संदिग्ध आतंकी अबू युसूफ की पत्नी बोली- पति को मना भी किया था लेकिन उसने एक न सुनी

दिल्ली के धौलाकुआं से गिरफ्तार ISIS संदिग्ध आतंकी के परिजनों को उसकी करतूत पर अफसोस हो रहा है। पिता वकील अहमद ने कहा कि मुझे उसकी (बेटा) इस करतूत के बारे में पता नहीं था। वरना उसे रोकता या घर से निकाल देता। वकील अहमद को बेटे की करतूत पर अफसोस है। उन्होंने कहा कि पुरखों (मरहूम बुजुर्गों) ने जो इज्जत कमाई, बेटे ने उसे मिट्टी में मिला दिया। मैंने उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट थाने में लिखवाई थी। अब तो जो भी करेगी, पुलिस करेगी। मैं चाहता हूं कि एक मर्तबा उसे माफी दे दें। वो दोबारा करे तो कुछ भी कर दीजिएगा।

वहीं यूसुफ की पत्नी का कहना है कि उसने घर पर बारूद इकट्ठा किया हुआ था। पत्नी ने इसके लिए यूसुफ को मना भी किया था लेकिन उसने उसकी एक न सुनी। यूसुफ की पत्नी ने कहा, 'उसने घर पर बारूद और दूसरा सामान इकट्ठा किया हुआ था। जब मैंने उसे यह सब करने से मना किया तो उसने कहा कि मुझे उसे रोकना नहीं चाहिए। काश कि उसे माफ कर किया जा सके। मेरे चार बच्चे हैं, मैं कहां जाऊंगी?' पत्नी आयशा ने बताया कि आईएसआईएस के संदिग्ध आतंकी अबू यूसुफ टेलीग्राम के माध्यम से कुछ लोगों से जुड़े थे।

अबु यूसुफ के भाई आकिब ने कहा कि मुझे आईएस के झंडे की पहचान नहीं है मगर रात को झंडा देखा। काले रंग के झंडे पर सफेद रंग से अरबी में 'अल्लाह हू अकबर ला इलाहा इल्लल्लाह मुहम्मदुन रसूलुल्लाह' लिखा था। भाई सऊदी और अन्य जगहों पर रहा है।

अबू यूसुफ के घर से मिला विस्फोटक

उधर बलरामपुर में अबू यूसुफ के घर से बड़ी मात्रा में विस्फोटक बरामद हुआ है। इसमें एक्सप्लोसिव जैकेट भी शामिल है, जिसे कथित तौर पर फिदायीन हमले के लिए तैयार किया गया था। बता दें कि अबू यूसुफ बलरामपुर का ही रहने वाला है। आतंकी ने खुद ही कबूला था कि उसने आत्मघाती हमले के लिए बेल्ट भी तैयार कर रखी है। पुलिस और एटीएस उसके ठिकानों पर छापेमारी कर रही है।

पुलिस पूछताछ में अबू यूसुफ ने कबूल किया कि उसने आत्मघाती हमले के लिए शरीर में विस्फोटकों को बांधने वाला बेल्ट भी तैयार कर रखा है। यह जानकारी दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल के डीएसपी ने मीडिया को दी। उन्होंने कहा अबू यूसुफ दिल्ली के किसी बेहद भीड़भाड़ वाले इलाके में बड़ा धमाका करना चाहता था। यह सोशल मीडिया के जरिए आईएसआईएस हैंडलरों के संपर्क में आया था और 2010 से पहले सऊदी अरब काम करने के लिए गया था।