देवरिया कांड की गूंज यूपी ही नहीं बल्कि देश भर में सुनाई दे रही है। शर्मसार कर देने वाले इस कांड में बड़ा खुलासा हुआ है। छुड़ाई गई लड़कियों का आरोप है कि जो 18 लड़कियां गायब हैं उनमें से एक की मौत हो चुकी है जबकि तीन लड़कियों को विदेशी नागरिकों को बेच दिया गया है। इस बीच जांच के लिए सीएम योगी आदित्यनाथ के आदेश पर महिला एवं बाल विकास सचिव रेणुका कुमार देवरिया पहुंची हैं। समाज कल्याण विभाग की अपर मुख्य सचिव रेणुका कुमार और एडीजी अंजू गुप्ता की देखरेख में सोमवार रात सभी 24 लड़कियों का जिला महिला अस्पताल में मेडिकल परीक्षण कराया गया। हालांकि, मेडिकल रिपोर्ट को गुप्त रखा गया है। दो सदस्यीय टीम मंगलवार शाम को मेडिकल रिपोर्ट समेत अन्य जांच रिपोर्ट सीएम योगी आदित्यनाथ को सौंपेगी। कहा जा रहा है कि जांच दल की रिपोर्ट के बाद इस मामले की कई घिनौनी परतें खुलेंगी और कईयों पर गाज गिरेगी।
मुक्त कराए गए बच्चियों में से 13 नाबालिग
संरक्षण गृह से मुक्त कराई गई 24 लड़कियों में से 13 नाबालिग हैं। इनकी उम्र 18 वर्ष से कम है। वहीं 11 अन्य की आयु 18 या उससे अधिक पाई गई। इनमें से तीन लड़कियों को राजला स्थित नारी संरक्षण गृह से मुक्त कराया गया है, जबकि अन्य सभी स्टेशन रोड स्थित बालगृह बालिका में रह रही थीं।
पांच लड़कियों ने कहा गाड़ियों में ले जाई जाती थीं लड़कियां
सदर एसडीएम रामकेश यादव, डीपीओ प्रभात कुमार ने 20 लड़कियों और 3 लड़कों के बयान दर्ज किए। इनमें से पांच बच्चों ने कहा कि लड़कियों को लेने गाडियां आती थीं, जिनमें उन्हें भेजा जाता था।