यूपी: 17 मई से 23 जिलों में 18-44 वर्ष के लोगों को लगेगी कोरोना वैक्सीन; रायबरेली और प्रयागराज में गंगा किनारे मिलीं सैकड़ों लाशें

उत्तर प्रदेश में कोरोना के मामले लगातार कम हो रहे है। प्रदेश के अपर मुख्य सचिव स्वास्‍थ्य अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि शुक्रवार को राज्य में 15,747 नए संक्रमित मिले हैं। इस दौरान 312 लोगों ने कोरोना से मौत भी हुई है। वहीं 26,179 लोग इसके संक्रमण से ठीक होकर घर जा चुके हैं। एक तरफ जहां प्रदेश में कोरोना के मामले कम हो रहे है वहीं, दूसरी तरफ योगी सरकार प्रदेश में कोरोना वैक्सीनेशन का दायरा बढ़ाती जा रही है। अब 18-44 साल के लोगों के वैक्सीनेशन अभियान में 5 और जिलों को जोड़ा गया है। 5 जिलों को मिलाने के बाद अब प्रदेश के 23 जिलों में 18-44 वर्ष के लोगों का वैक्सीनेशन किया जाएगा। सोमवार 17 मई से इस पर अमल शुरू हो जाएगा। कोविड प्रबंधन को लेकर गठित टीम-9 की बैठक को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रदेश में कोरोना वैक्सीनशन अभियान सुचारू ढंग से संचालित किया जा रहा है। वर्तमान में 18 जनपदों में 18 से 44 वर्ष आयु वर्ग का टीकाकरण किया जा रहा है। इसके अगले चरण में सोमवार से प्रदेश के सभी मंडल मुख्यालयों पर भी इस आयु वर्ग का टीकाकरण प्रारम्भ किया जाए। उन्होंने टीकाकरण की कार्यवाही में कोविड प्रोटोकॉल का पूर्ण पालन किये जाने पर बल दिया।

बता दें अब तक यूपी में 45 वर्ष से अधिक और 18-44 आयु वर्ग के कुल 1,14,67,023 लोगों को पहली डोज दी जा चुकी है। वहीं 31,16,480 लोगों को दूसरी डोज लगाई जा चुकी है।

कोविड बेडों की संख्या में भी बढ़ोतरी

सीएम ने इसके साथ ही निर्देश दिया कि सभी जनपदों में कोविड बेड की संख्या बढ़ाने की कार्यवाही तेजी से की जाए। उन्होंने चिकित्सा शिक्षा मंत्री से इस कार्य की दैनिक समीक्षा करने की अपेक्षा की। बैठक में अवगत कराया गया कि इस वर्ष मार्च से अब तक स्वास्थ्य विभाग के अस्पतालों में 18,000 और चिकित्सा शिक्षा विभाग द्वारा 11,226 बेड बढ़ाये गए हैं।

रायबरेली और प्रयागराज में गंगा किनारे मिलीं सैकड़ों लाशें

उधर, कानपुर, उन्नाव, कन्नौज, गाजीपुर और बलिया के बाद अब रायबरेली और प्रयागराज में भी गंगा किनारे सैकड़ों की संख्या में दफन लाशें मिलीं हैं। रायबरेली में गेगासो गंगा घाट पर रेत में करीब 200 से ज्यादा शवों को देखकर ग्रामीण सहम गए हैं। ग्रामीणों का कहना है कि इन लाशों को अब कुत्ते नोच रहे हैं। ये लाशें पिछले एक महीने के अंदर ही यहां दफन की गई हैं। भास्कर की खबर के अनुसार प्रयागराज के फाफामऊ गंगा घाट के किनारे भी बड़ी संख्या में दफन शव मिले। आस-पास के लोगों ने बताया कि हर दिन करीब 15 से 20 शवों को यहां दफन किया जा रहा है। घाट किनारे शव को दफन करने आए एक शख्स ने बताया कि महंगी लकड़ी व दाह संस्कार के खर्च का बोझ नहीं उठा सकते हैं, इसलिए शव को यहीं दफन करके जा रहे हैं। मां गंगा इन्हें मुक्ति दे देंगी। घाट के किनारे करीब 150 से ज्यादा शव दफन हैं।