नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश में भाजपा के खराब प्रदर्शन को देखते हुए प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी ने इस्तीफे की पेशकश की है। भूपेंद्र चौधरी ने जेपी नड्डा के सामने इस्तीफे की पेशकश की है। उन्होंने स्वयं ही उत्तर प्रदेश में पार्टी के खराब प्रदर्शन की जिम्मेदारी ली है। हालांकि अभी इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है कि चौधरी ने इस्तीफे की पेश नड्डा के सामने की है।
उत्तर प्रदेश भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी ने लोकसभा चुनाव में राज्य में बीजेपी के निराशाजनक प्रदर्शन की नैतिक जिम्मेदारी ली है और हार की वजह भी बताई है। अब पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जो फैसला लेंगे उसी के मुताबिक भूपेंद्र चौधरी कार्य करेंगे। भाजपा मुख्यालय में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से भूपेंद्र चौधरी की करीब आधे घंटे तक मुलाकात हुई।
लोकसभा चुनावों में उत्तर प्रदेश में भाजपा को जो बड़ा नुकसान हुआ है, उसे लेकर सियासी गलियारों में खलबली मची हुई है। उत्तर प्रदेश लोकसभा सीटों की बात करें तो यूपी में कुल 80 लोकसभा सीटें हैं, जिनमें 36 पर समाजवादी पार्टी, 33 पर भाजपा, 6 पर कांग्रेस, 2 पर RLD, 1 पर आजाद समाज पार्टी और 1 पर अपना दल ने जीत दर्ज की है। उत्तर प्रदेश में कई हाईप्रोफाइल सीटें भी हैं, जिनमें पीएम नरेंद्र मोदी ने वाराणसी, रायबरेली से राहुल गांधी, मैनपुरी से डिंपल यादव, गौतम बुद्ध नगर से महेश शर्मा और नगीना से चंद्रशेखर ने जीत दर्ज की है।
यूपी की जो हाई प्रोफाइल सीटें या तो वहां भाजपा की हार हुई है, या फिर प्रत्याशियों को बड़ी मुश्किल से जीत मिली है। अमेठी, फैजाबाद, कन्नौज, रायबरेली, मैनपुरी जैसी बड़ी सीटों पर भाजपा को हार का मुंह देखना पड़ा है, लिहाजा सबसे अधिक लोकसभा सीटों वाले प्रदेश में सबसे कम नंबर आना, भाजपा के लिए भी सोच और समीक्षा का विषय बन गया है।
यूपी में मंडल अध्यक्ष, कार्यकर्ता और हारे हुए सांसद प्रत्याशियों से बातचीत कर समीक्षा रिपोर्ट तैयार की जा रही है। तकरीबन 40 हजार लोगो से बातचीत कर रिपोर्ट तैयार की जा रही है। 25 जून तक यूपी भाजपा की समीक्षा रिपोर्ट तैयार होगी जिसके बाद राष्ट्रीय पदाधिकारियों की बैठक में रिपोर्ट रखी जाएगी।
यूपी में भाजपा ये मानती है कि कई लोकसभा सीटों पर फाइनल वोटर लिस्ट में से भाजपा समर्थित लोगों के नाम या सवर्ण जाति के वोटरों के नाम काटे गए। अयोध्या, श्रवस्ती, बस्ती, समेत कई लोकसभा क्षेत्र में ये बात सामने आई।
साथ ही अयोध्या में भी पार्टी की हार की समीक्षा हुई। महंत राजू दास के बयान का भी संज्ञान लिया गया है। यूपी में नतीजे आशा के विपरीत आए लिहाजा पार्टी अध्यक्ष के तौर पर भूपेंद्र चौधरी ने जेपी नड्डा के समक्ष नैतिक
जिम्मेदारी ली। वहीं दिल्ली भाजपा नेता अरविंदर सिंह लवली पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात करने के लिए पहुंचे।