वाराणसी: BHU की सुरक्षा में अब तक की सबसे बड़ी सेंध, 50 AC Compressor हुए चोरी

काशी हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) में एसी कंप्रेसर (AC Compressor) और पीतल पाइप लाइन चोरी होने की वारदात के बाद शुरू हुई जांच में पाया गया है कि केवल सात नहीं बल्कि 50 एसी कंप्रेसर चोरी हुए हैं। शुरुआती तौर पर ये चोरी करोड़ों रुपए की है। चौंकाने वाली बात ये है कि सीसीटीवी से लैस रहने वाली सेंट्रल लाइब्रेरी में चोरी करने से पहले एक-एक करके सीसीटीवी कैमरे का कनेक्शन काटा गया है। जी हां, ये खुलासे साफ बता रहे हैं कि एक फुल प्रूफ प्लानिंग के साथ इस वारदात को अंजाम दिया गया है।

ऐसे हुआ खुलासा

बता दें कि इस पूरे मामले का खुलासा तब हुआ, जब सेंट्रल लाइब्रेरी की छत पर लगे सोलर प्लांट में कुछ गड़बड़ी आई। इसे चेक करने के लिए जब टेक्निशियन के साथ कर्मचारी छत पर चढ़े तो सात एसी कंप्रेसर गायब मिले। इसके बाद हड़कंप मच गया। चीफ प्रॉक्टर को सूचना देने के बाद जब प्रॉक्टोरियल बोर्ड की टीम वहां पहुंची तो उसने जांच की। इसके बाद सीढ़ी लगाकर एक-एक एसी का कंप्रेसर चेक किए गए। जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ी, वैसे-वैसे टीम के पैरों से जमीन खिसकती गई। जांच में सामने आया कि तकरीबन पचास एसी के कंप्रेसर गायब हैं। इसके बाद इनकी कीमत का पता लगाने के लिए फाइल खंगालने का काम शुरू हुआ और लंका थाने में इसकी सूचना दी गई।

पूरी प्लानिंग के तहत हुई चोरी

न्यूज़18 की खबर के अनुसार वारदात के तरीके से इस बात का अंदाजा तो साफ तौर पर लगाया जा सकता है कि ये काम पूरी एक गैंग का है। जिसको ये पता था कि सेंट्रल लाइब्रेरी में कितने और कहां एसी लगे हैं और उनके कंप्रेसर कहां पर हैं। यही नहीं, जब सीसीटीवी फुटेज खंगाले गए तो सभी हैरान रह गए। जहां-जहां चोरी हुई, वहां-वहां उस वक्त की सीसीटीवी कैमरे का कनेक्शन काट दिया गया। यानी लॉकडाउन के दौरान फुल प्रूफ तरीके से इस चोरी की वारदात को अंजाम दिया गया।

यूनिवर्सिटी की सुरक्षा व्यवस्था पर उठ रहे सवाल


ऐसे में अब सवाल उठ रहा है कि जिस यूनिवर्सिटी की सुरक्षा व्यवस्था में हर साल लाखों रूपये का खर्चा होता है वहां इतनी बड़ी चोरी वारदात हो गई और किसी कानों-कान खबर तक नहीं हुई। बीएचयू के एपीआरओ डॉ राजेश सिंह ने बताया कि पुलिस को इसकी सूचना दे गई है। पुलिस टीम के साथ बीएचयू की अपनी सुरक्षा तंत्र की टीम भी पूरे मामले की जांच में लगी हुई है।