कोरोना को लेकर आई अच्छी खबर, अमेरिकी कंपनी का दावा - तीसरे चरण वाली वैक्सीन 90% से अधिक प्रभावी

कोरोना से दुनिया में 5 करोड़ 7 लाख 37 हजार 875 केस सामने आ चुके हैं। 12 लाख 62 हजार 130 लोगों की मौत हो चुकी है। अच्छी बात यह है कि 3 करोड़ 57 लाख 95 हजार 252 लोग ठीक भी हो चुके हैं। कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा एक करोड़ पार करने वाला अमेरिका दुनिया का पहला देश बन गया है। रॉयटर्स न्यूज एजेंसी के मुताबिक, अमेरिका में कोरोना की तीसरी लहर शुरू हो चुकी है। बीते 10 दिन में अमेरिका में लाखों मामले सामने आए हैं। वॉशिंगटन में 293 दिन पहले कोरोना का पहला केस आया था। अमेरिका में शनिवार को 1 लाख 31 हजार 420 मामले दर्ज किए गए थे। कोरोना महामारी से पूरी दुनिया जूझ रही है। इसकी वैक्सीन को लेकर एक राहतभरी खबर है। अमेरिकी फार्मा कंपनी फाइजर (Pfizer) ने कोरोना रोगियों पर 90% ठीक होने वाली वैक्सीन का दावा किया है। फाइजर ने कहा कि कोरोना को रोकने के लिए तीसरे चरण वाली वैक्सीन लेने पर 90% से अधिक प्रभावी साबित हुई है। कंपनी द्वारा जारी किए गए बयान के अनुसार 'निष्कर्षों से पता चला है कि पहली बार डोज दिए जाने के 28 दिनों बाद और दूसरे बार दो खुराक दिए जाने के 7 दिन बाद मरीजों को राहत मिली है।'

हालांकि फाइजर इंक ने उन मामलों के बारे में अधिक जानकारी नहीं दी है, और सावधानी बरती है कि अध्ययन समाप्त होने तक प्रारंभिक राहत मिलने वालों की दर बदल सकती है। यहां तक कि कंपनी द्वारा ऐसे शुरुआती डेटा का खुलासा करना बेहद असामान्य है। फार्मा कंपनी से जुड़े अधिकारी बिल ग्रुबर ने कहा कि तीसरे चरण की वैक्सीन के नतीजों से हम बहुत प्रोत्साहित हैं। अधिकारियों ने जोर देकर कहा कि यह संभावना नहीं है कि कोई वैक्सीन साल के अंत से पहले आ जाएगी और सीमित प्रारंभिक आपूर्ति को दिया जा सकेगा।

फाइजर और इसकी जर्मन पार्टनर कंपनी बायोएनटेक द्वारा लगाए गए टीके दुनिया भर में देर से परीक्षण में 10 संभावित वैक्सीन उम्मीदवारों में से एक हैं। उनमें से चार अब तक अमेरिका में किए जा रहे बड़े अध्ययन में शामिल हैं। एक अन्य अमेरिकी कंपनी मॉडर्न इंक ने भी कहा कि वह इस महीने के अंत में फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन के साथ एक आवेदन दायर करने में सफल हो सकती है।

कंपनी द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार अंतिम चरण के अध्ययन में वॉलिटिंयर और शोधकर्ता यह नहीं जानते कि वैक्सीन का असली टीका किसने प्राप्त किया है। लेकिन उनकी दूसरी आवश्यक खुराक को एक हफ्ते बाद फाइजर के अध्ययन ने उस संख्या को गिनना शुरू कर दिया था। जिनमें कोविड-19 (Covid-19( के लक्षण देखे गए कोरोना वायरस (Coronavirus) होने की पुष्टि की गई थी।