राष्ट्रीय लोक समता पार्टी के उपेंद्र कुशवाहा ने बीजेपी नीत गठबंधन से खुद को अलग करने का ऐलान करते हुए मोदी कैबिनेट से इस्तीफा दे दिया है। यह खबर सूत्रों के हवाले से आ रही है। बता दें कि कुशवाहा ने शीतकालीन सत्र से पहले एनडीए की आज होने वाली बैठक में शामिल होने से साफ इनकार कर दिया था। हालांकि एनडीए से गठबंधन तोड़ने का ऐलान अभी नहीं किया है। बताया जा रहा है कि कुशवाहा प्रेस कॉफ्रेन्स कर घोषणा कर सकते हैं।
माना जा रहा है कि उपेंद्र कुशवाहा अब एनडीए से गठबंधन तोड़ने का भी ऐलान कर सकते हैं। उपेंद्र कुशवाहा मीडिया कॉफ्रेंन्स कर मंत्री पद से इस्तीफा और एनडीए से गठबंधन तोड़ने का ऐलान कर सकते हैं।
आपको बता दें कि उपेंद्र कुशवाहा लगातार जेडीयू के खिलाफ बयानबाजी कर रहे थे। वहीं, मोतिहारी में आरएलएसपी पार्टी की सभा में केंद्र के बीजेपी नेता के साथ-साथ राज्य के नेताओं पर जमकर हमला बोला। यही नहीं कुशवाहा ने राम मंदिर के मुद्दे पर भी बीजेपी के कार्यशैली का विरोध किया था।
उपेंद्र कुशवाहा ने बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह के खिलाफ भी मोर्चा खोल दिया था। उन्होंने बयान दिया था कि वह अब किसी से भी नहीं मिलेंगे। वहीं, कुशवाहा ने मोतिहारी सभा में गठबंधन तोड़ने का ऐलान नहीं किया और एनडीए पर हमला बोल रहे थे। तो आरजेडी ने उन्हें आड़े हाथों लिया और कुशवाहा पर मंत्री पद के लालच का आरोप लगाया था। आरजेडी ने कहा था कि वह मंत्री पद के लालच में एनडीए से गठबंधन नहीं तोड़ रहे हैं।
आपको बता दें कि सोमवार को महागठबंधन को एक जुट करने के लिए और रणनीति तैयार करने के लिए 20-25 दल नई दिल्ली में बैठक करने वाले हैं। वहीं, बताया जा रहा है कि उपेंद्र कुशवाहा भी इस बैठक में शामिल हो सकते हैं।
आपको बता दें कि उपेंद्र कुशवाहा के बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से संबंध अच्छे नहीं हैं। वह लगातार नीतीश कुमार और बीजेपी के खिलाफ बयानबाजी कर रहे हैं।
दरअसल, उपेंद्र कुशवाहा की मांग है कि 2019 के लोकसभा में उन्हें बिहार में चार सीटें दी जाएं। लेकिन बीजेपी उन्हें दो ही सीटें देने पर अड़ी है, यही कारण है कि वह लगातार इसका विरोध कर रहे हैं।
सूत्रों की मानें तो बिहार की 40 में से 17 सीटों पर बीजेपी और 17 सीटों पर जेडीयू चुनाव लड़ सकती है। जबकि बाकी सीटें LJP और RLSP में बांटी जाएंगी।
गौरतलब है कि मंगलवार को पांच राज्यों के चुनावी नतीजे आने हैं, एग्जिट पोल में कांग्रेस को बढ़त मिलती दिख रही है। ऐसे में विपक्ष हमलावर है, एग्जिट पोल में बीजेपी की संभावित हार उनके साथियों को भी आवाज बुलंद करने की हिम्मत दे रही है।