राजधानी लखनऊ में पहली बार 21 और 22 फरवरी को यूपी इंवेस्टर्स समिट का आयोजन किया जा रहा है जिसकी तैयारियां अब पूरी हो चुकी हैं। इन्वेस्टर्स समिट में बुधवार को लखनऊ के आसमान में 40 से ज्यादा निजी 'उड़न खटोले', सड़कों पर 100 से ज्यादा मर्सिडीज और बीएमडब्ल्यू और इतनी ही अन्य लग्जरी कारें मेहमानों की आवभगत में लगेंगी। सोमवार को रमाबाई रैली स्थल पर दिल्ली से आईं ऐसी कई गाड़ियों की पार्किंग शुरू हो गई। सूत्रों ने बताया कि यहां की पूरी पार्किंग 19 से 23 फरवरी तक समिट के लिए आने वाली गाड़ियों के लिए बुक की जा चुकी है। मर्सडीज और बीएमडब्ल्यू के अलावा 100 एयरकंडीशंड लग्जरी बसें भी यहां खड़ी की गई हैं। जानकारों के मुताबिक इन्वेस्टर्स समिट में शामिल होने वाले निवेशकों के प्रतिनिधि और कर्मचारियों को लखनऊ घुमाने में इनका इस्तेमाल होगा। रविवार को रिहर्सल भी किया गया।
एयरपोर्ट की क्षमता से ज्यादा विमानएयरपोर्ट पर निजी वाहनों को लैंड करवाने के डेढ़ दर्जन पार्किंग ब्वॉय तैनात किए गए हैं। लखनऊ एयरपोर्ट पर सिर्फ 19 चार्टर विमान के खड़े होने की सुविधा है। सूत्रों की मानें तो 20 उद्योगपतियों ने अपने निजी विमानों से लखनऊ आने की बात कही है। अभी यह संख्या बढ़ेगी।
ये वीआईपी आएंगेराष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, 18 केंद्रीय कैबिनेट मंत्री, मॉरिशस के पूर्व राष्ट्रपति और वर्तमान रक्षा मंत्री अनिरुद्ध जगन्नाथ, मुकेश अंबानी, गौतम अडानी, कुमारमंगलम बिड़ला, एन चंद्रशेखरन, सुभाष चंद्रा, आनंद महिन्द्रा, शोभना कामिनी, रसेश शाह, संजीव पुरी, यूसुफ अली, एचसी हॉंग, गौतम तनेजा, अशोक कजारिया, कमल बाली, सुमन सिन्हा, अजय श्रीराम, पंकज पटेल, अशोक हिन्दुजा।
अखिलेश यादव ने कसा था तंजसपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव निवेश को लेकर तंज भी कसा था। उन्होंने ट्वीट कर कहा था कि पिछले कुछ सालों में कुछ बेहतर भविष्य के लिए अपना पैसा लेकर भारत से बाहर चले गए और कुछ बैंकों का पैसा लेकर। मतलब कुछ बाहर जाकर बस गये और कुछ बच गये। इधर हमारा प्रदेश ये इंतजार कर रहा है कि निवेश कब होगा। सच तो ये है कि लोग पैसा लेकर बाहर जा रहे हैं, न कि निवेश के लिए आ रहे हैं।