UP Assembly Election 2022: सोशल मीडिया पर छिड़ा संग्राम, सुनो केजरीवाल... सुनो योगी...'

उत्‍तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 के लिए पहले चरण की वोट‍िंग से पहले नेताओं में वार-तकरार तेज हो गई है। सार्वजनिक मंचों के साथ-साथ सोशल मीडिया पर एक दूसरे के खिलाफ तीखे तंज किए जा रहे हैं। बता दे, उत्‍तर प्रदेश में पहले चरण की वोट‍िंग गुरुवार 10 फरवरी को होने वाली है। सोमवार रात उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के बीच ट्विटर वॉर हुई। उत्‍तर प्रदेश के मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ और दिल्‍ली के मुख्‍यमंत्री अरविंद केजरीवाल के बीच जुबानी झगड़े की शुरुआत ‘सुन केजरीवाल’ और ‘सुन योगी’ से हुई।

पहले उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक बाद एक कई ट्वीट करके दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल पर जमकर हमला बोला। फिर केजरीवाल ने उसका जवाब अपने अंदाज में दिया। योगी आदित्यनाथ ने ट्वीट किया, ‘सुना केजरीवाल…जब पूरी मानवता कोरोना की पीड़ा से कराह रही थी, उस समय आपने यूपी के कामगारों को दिल्‍ली छोड़ने पर विवश किया। छोटे बच्‍चों और महिलाओं तक को आधी रात में यूपी की सीमा पर असहाय छोड़ने जैसा अलोकतांत्रिक व अमानवीय कार्य आपकी सरकार ने किया। आपको मानवताद्रोही कहें या…'

एक ट्वीट में सीएम योगी ने कहा, 'केजरीवाल को झूठ बोलने में महारथ हासिल है। जब पूरा देश आदरणीय प्रधानमंत्री जी के नेतृत्‍व में कोरोना जैसी वैश्विक महामारी से जूझ रहा था, तब केजरीवाल ने प्रवासी मजदूरों को दिल्‍ली से बा‍हर का रास्‍ता दिखा दिया।'

CM केजरीवाल का जवाब

योगी के बाद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट किया, 'सुनो योगी, आप तो रहने ही दो। जिस तरह UP के लोगों की लाशें नदी में बह रहीं थीं और आप करोड़ों रुपए खर्च करके मैगज़ीन में अपनी झूठी वाहवाही के विज्ञापन दे रहे थे। आप जैसा निर्दयी और क्रूर शासक मैंने नहीं देखा।'

वहीं, आप नेता संजय सिंह ने योगी आदित्यनाथ की भाषा पर सवाल उठाए हैं। संजय सिंह ने ट्वीट किया, 'सुनो आदित्यनाथ, क्या तुमको नही लगता की तुम्हारी भाषा मुख्यमंत्री के बजाय चौराहा छाप नेता की है?'

केजरीवाल और योगी के बीच जुबानी जंग की शुरुआत तब हुई जब दिल्ली के मुख्यमंत्री ने पीएम मोदी के बयान को झूठा करार दिया।

इसके बाद भाजपा की तरफ से योगी आदित्यनाथ ने मोर्चा संभालते हुए अरविंद केजरीवाल पर निशाना साधा था।