केंद्रीय मंत्री अनंत कुमार का आज पूरे राजकीय सम्मान के साथ बेंगलुरु में अंतिम संस्कार कर दिया गया। वैदिक श्लोकों के उच्चारण के बीच चामराजपेट श्मशान घाट में भाई नंद कुमार ने ब्राह्मण रीति-रिवाजों के अनुसार उनका अंतिम संस्कार किया। अनंत कुमार का अंतिम संस्कार ब्राह्मण रीति के अनुसार हुआ। इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित बीजेपी के दिग्गज नेताओं और अन्य दलों के नेताओं ने भी उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। बेंगलुरु की जनता ने भी अपने 'प्रिय सांसद' को नम आंखों से अंतिम विदाई दी। अनंत कुमार का फेफड़ों के कैंसर की वजह से सोमवार तड़के यहां के एक निजी अस्पताल में निधन हो गया था।
उनका पार्थिव शरीर बेंगलुरु में उनके आवास पर रखा गया था। उनके पार्थिव शरीर को बाद में सेना के सुसज्जित वाहन से मल्लेश्वरम स्थित बीजेपी के प्रदेश मुख्यालय लाया गया। इस बीच लोगों ने 'अनंत कुमार अमर रहें' और 'भारत माता की जय' के नारे भी लगे। अनंत कुमार की अंतिम यात्रा जब बेंगलुरु की सड़कों से गुजर रही थी, लोग अपने 'प्रिय नेता' की एक झलक पाने के लिए बेताब दिखे। अनंत कुमार को श्रद्धांजलि देने उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू भी दिल्ली से यहां पहुंचे। दोनों के बीच युवावस्था से ही खास तरह की बॉन्डिंग रही है, जब वे ABVP के सदस्य थे। अनंत कुमार को श्रद्धांजलि देने के लिए उपराष्ट्रपति नायडू सीधे नेशनल कॉलेज ग्राउंड पहुंचे, जहां वरिष्ठ बीजेपी नेता के पार्थिव शरीर को लोगों के अंतिम दर्शन के लिए रखा गया था।