सरकार में शामिल होने के फैसले में साथ थे चाचा, समान नागरिक संहिता से कोई नुकसान नहीं होगा: अजित पवार

मुम्बई। अजित पवार ने दावा किया कि महाराष्ट्र की मौजूदा सरकार में उनके शामिल होने के फैसले के समय चाचा शरद पवार उनके साथ थे। उन्होंने कहा, “एक पारिवारिक चर्चा के दौरान शरद पवार ने मुझसे सरकार में शामिल होने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि वह पार्टी अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे देंगे। 2 मई को एक पुस्तक विमोचन समारोह के दौरान अपने इस्तीफे की घोषणा भी की थी, लेकिन बाद में उन्होंने विधायक जितेंद्र आव्हाड और पूर्व सांसद आनंद परांजपे को बुलाया और उन्हें कुछ पार्टी कार्यकर्ताओं को साथ लाने और वाईबी चव्हाण केंद्र में उनके इस्तीफे वापसी की मांग को लेकर आंदोलन करने का निर्देश दिया।”

अजीत पवार ने यह बात रायगढ़ जिले के कर्जत में दो दिवसीय अध्ययन कार्यशाला के समापन सत्र के दौरान अपनी पार्टी के प्रतिनिधियों को संबोधित करते हुए कही।

महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने शुक्रवार को अपने चाचा शरद पवार की आलोचना की और घोषणा की कि वह बारामती में अपना उम्मीदवार खड़ा करेंगे, जिससे उनकी चचेरी बहन और मौजूदा लोकसभा सांसद सुप्रिया सुले के साथ मुकाबला होगा। उन्होंने पवार के अन्य गढ़ों सतारा, रायगढ़ और शिरूर से भी चुनाव लड़ने की घोषणा की। उन्होंने समान नागरिक संहिता और जन्म नियंत्रण कानून पर भी चर्चा का आह्वान किया।

अजीत ने कहा, “पिछड़े वर्गों, आदिवासियों, दलितों के बीच समान नागरिक संहिता के बारे में गलत धारणाएं हैं कि इससे आरक्षण प्रभावित होगा। नहीं, ऐसा नहीं होगा। मुझे लगता है कि अब समान नागरिक संहिता पर विस्तृत चर्चा करने का समय आ गया है और मैं केवल विचार सामने रख रहा हूं।’

एनसीपी नेता ने कहा, “इसके अलावा, अब जन्म नियंत्रण पर कानून बनाने का समय आ गया है, क्योंकि एक जोड़े को केवल दो बच्चों की अनुमति दी जानी चाहिए। यदि हम अभी ऐसा नहीं करते हैं तो हमारे प्राकृतिक संसाधन हमारे लिए पर्याप्त नहीं होंगे। अगर नरेंद्र मोदी जी कोई कानून लाना चाहते हैं, तो उन्हें लाना चाहिए।” अजित ने कहा कि उनकी पार्टी अपने मूल सिद्धांतों से समझौता नहीं करेगी, जिनमें से एक धर्मनिरपेक्षता है। उन्होंने कहा, “हमने स्पष्ट कर दिया है कि हम अपने मूल सिद्धांतों से समझौता नहीं करने जा रहे हैं, क्योंकि हम सबका साथ, सबका विकास में विश्वास करते हुए सरकार में शामिल हुए हैं। धर्मनिरपेक्षता और प्रगतिशील विचार हमारी आत्मा हैं।”

विपक्षी इंडिया गुट पर कटाक्ष करते हुए अजित ने कहा कि इसके कई सदस्य अतीत में भाजपा से हाथ मिला चुके हैं। “ममता दीदी, नीतीश जी, महबूबा जी बीजेपी के साथ रहे हैं। हम उनकी आलोचना नहीं कर रहे हैं। लेकिन भाजपा से हाथ मिलाने के लिए हमारी आलोचना क्यों की जा रही है?”

अजित ने कहा कि आईएनडीआईए ब्लॉक (INDIA Block) अपने नेता, यहां तक कि लोगो (Logo) को भी अंतिम रूप नहीं दे पाया है। उन्होंने कहा, ऐसे समय में यह मोर्चा सरकार कैसे चला सकता है, जब हमारे पास एक ऐसा नेता है जो देश का नेतृत्व कर रहा है और वैश्विक स्तर पर देश का नाम रोशन कर रहा है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश को स्थिरता दी है। जो विकास के लिए लाभदायक है। उन्होंने पाकिस्तान और श्रीलंका का भी उदाहरण देते हुए कहा कि कमजोर नेतृत्व के कारण इन देशों जैसी स्थिति पैदा हो जाएगी।