लंदन से आए 11 लोग मिले संक्रमित, नए कोरोना स्ट्रेन की जांच के लिए सैम्पल रिसर्च सेंटर भेजे गए

ब्रिटेन में फैल चुके कोरोना वायरस के नए स्ट्रेन को लेकर कई देशों में खौफ का माहौल है। एक दर्जन से अधिक देशों ने ब्रिटेन के साथ हवाई सेवाएं स्थगित कर दी हैं। भारत में कोरोना वायरस के नए स्ट्रेन के अब तक 11 लोग पॉजिटिव मिले हैं। यह सभी लोग ब्रिटेन से भारत आए थे। ब्रिटेन से एक फ्लाइट बीती रात दिल्ली पहुंची। इसमें 266 लोगों में से पांच को संक्रमित पाया गया। वहीं, दो पॉजिटिव कोलकाता में मिले हैं। ये रविवार को लंदन से कोलकाता आए थे। अहमदाबाद लैंड हुई एक फ्लाइट में 4 लोग संक्रमित पाए गए हैं। इनमें 1 ब्रिटिश नागरिक भी शामिल है। दिल्ली में पाए गए संक्रमितों के सैम्पल रिसर्च के लिए नेशनल सेंटर फॉर डिसीज कंट्रोल (NCDC) भेजे गए हैं। सभी पैसेंजर्स और क्रू मेंबर्स को आइसोलेशन में रखा गया है। लंदन में हाल ही में कोरोना का नया स्ट्रेन (बदला रूप) मिला है। इसे पहले से 70% ज्यादा संक्रामक माना जा रहा है।

मुंबई में भी लंदन से लौटीं दो फ्लाइट के यात्रियों को एयरपोर्ट से सीधे होटल ले जाया गया। उन्हें यहां आइसोलेशन में रखा गया है। ब्रिटेन में कोरोना का नया स्ट्रेन मिलने के बाद महाराष्ट्र सरकार ने मिडिल ईस्ट और यूरोप से आने वाले सभी यात्रियों को 14 दिनों तक इंस्टीट्यूशनल क्वारैंटाइन में रखने का आदेश दिया है। 22 दिसंबर रात 11:59 बजे तक ही ब्रिटेन से यात्री भारत आ सकेंगे। इसके बाद 31 दिसंबर तक वहां से आने वाली फ्लाइट्स पर अस्थायी रोक लगा दी गई है।

ट्रैवल बैन से नहीं रुकेगा नया कोरोना वायरस

उधर, एक्सपर्ट का कहना है कि ट्रैवल बैन से नया कोरोना वायरस रुकेगा नहीं। वहीं, एक प्रमुख अमेरिकी डॉक्टर का कहना है कि हो सकता है कि नया कोरोना अमेरिका से ही फैला हो। सीएनबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिका के फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (FDA) के पूर्व प्रमुख स्कॉट गॉटलिब ने कहा है कि कोरोना का नया स्ट्रेन पहले से अमेरिका में है और ट्रैवल बैन से इसे नहीं रोका जा सकता। उन्होंने कहा कि वायरस दुनियाभर में फैल रहा है और हमें आने वाले समय में ये वैरिएंट और देखने को मिलेगा। अमेरिका के प्रमुख संक्रामक रोग विशेषज्ञ एंथनी फाउची ने कहा है कि इस बात की काफी अधिक आशंका है कि कोरोना का नया स्ट्रेन पहले से अमेरिका में हो। बोस्टन की महामारी रोग विशेषज्ञ शिरा डोरोन ने कहा है कि उन्हें नहीं लगता कि कोरोना का नया स्ट्रेन अमेरिका में पहले से मौजूद नहीं है। उन्होंने कहा कि लोग लगातार ट्रैवल करते रहे हैं और अमेरिका में भी नए स्ट्रेन की पुष्टि हो सकती है।