दो भाइयों के प्यार की अनोखी गाथा जिसकी मिसाल देता था पूरा गांव, एक ने दम तोड़ा तो दूसरा भी कह गया जिंदगी को अलविदा

आज के समय में भाई-भाई के बीच धन-दौलत के लिए लड़ने के कई मामले आपके सामने आए होंगे। लेकिन वहीँ कई रिश्ते ऐसे भी हैं जो मिसाल बन चुके हैं। ऐसा ही एक रिश्ता हैं राजस्थान के सिरोही जिले के रेवदर कस्बे के छोटे से गांव डांगराली के दो भाइयों का जिनके प्यार की अनोखी गाथा की मिसाल पूरा गांव देता था और अब दोनों ने ही चंद मिनटों के अंतराल में इस दुनिया को अलविदा कह दिया हैं। दोनों भाई पांच दिन पहले एक ही दिन कुछ ही अंतराल में दुनिया छोड़ चुके हैं। मृतक के बेटे ने बताया कि दोनों साथ में रहते थे। खाना पीना भी साथ ही करते थे। एक दूसरे का बहुत ज्यादा ध्यान रखते थे। इन दोनों भाइयों के किस्से पूरे गांव और कस्बे में चर्चित थे। भीका ने बताया कि दोनों में असीम प्रेम था। दोनों की मौत में 15 से 20 मिनट का ही अंतर था।

यह कहानी रेवदर कस्बे के डांगराली गांव के दो भाई रावता राम और हीरा राम देवासी की है। दोनों भाइयों के जन्म में 15 साल का फासला था, लेकिन दोनों भाइयों का साथ जिंदगीभर रहा। दोनों भाइयों का विवाह भी एक ही दिन हुआ था। संयोग ऐसा रहा कि दोनों ने 29 जनवरी 2022 को एक ही दिन इस दुनिया को अलविदा कहा। दोनों भाइयों की मौत की खबर सुनकर पूरे गांव में शोक की लहर फैल गई। दोनों भाइयों की एक साथ अर्थी उठी। इनके अंतिम संस्कार में रेवदर कस्बे और आसपास के कई गांवों के लोग शामिल हुए।

रावता राम के बड़े बेटे भीका राम ने बताया कि मेरे चाचा हीरा राम (75) कुछ दिनों से अस्वस्थ चल रहे थे। उनकी तबीयत ठीक नहीं थी, लेकिन मेरे पिताजी रावता राम (90) तबीयत एकदम ठीक थी। 29 जनवरी के सवेरे 8 से 9 बजे के बीच समय था। रावता राम ने सवेरे से कुछ भी नहीं खाया था। मेरी मां ने बिस्किट दिए तो उन्होंने एक बिस्किट खाया और भाई हीरा राम की तबीयत के बारे में पूछा और सो गए। इसके बाद उठे ही नहीं। कुछ देर में उनके छोटे भाई हीरा राम उनके पास आए। उनको मृत देखकर कहा मुझे सर्दी लग रही है। बरामदे में खाट लाने के लिए कहा और खाट पर धूप में लेट गए। 15 से 20 मिनट के अंतराल में उनकी भी मौत हो गई।