सबरीमाला मंदिर में प्रवेश के लिए केरल पहुंचीं तृप्ति देसाई, कहा - हमें कोई नहीं रोक सकता

महाराष्ट्र की सामाजिक कार्यकर्ता तृप्ति देसाई बिंदु अम्मिनी के साथ सबरीमाला मंदिर में प्रवेश के लिए मंगलवार सुबह केरल के कोच्चि एयरपोर्ट पहुंचीं। इस दौरान उन्होंने कहा आज संविधान दिवस है और हम सबरीमाला मंदिर में दर्शन के लिए आए हैं। हमें राज्य सरकार या पुलिस कोई नहीं रोक सकता। यदि रोका जाएगा, तो हम अदालत में अवमानना की अपील दायर करेंगे। मैं अपनी यात्रा के बारे में मुख्यमंत्री और डीजीपी को पहले ही बता चुकी हूं। अब उनका कर्तव्य है कि वे हमें सुरक्षा प्रदान करें। वही इस दौरान पुलिस कमिश्नर ऑफिस के बाहर बिंदु के चेहरे पर अज्ञात हमलावर ने मिर्च पाउडर फेंक दिया।

दरअसल, सबरीमाला मंदिर के कपाट 16 नवंबर को करीब दो महीने के लिए खोले गए है। सुप्रीम कोर्ट ने 2018 में हर उम्र की महिलाओं को मंदिर में प्रवेश दिए जाने का आदेश दिया था। हालांकि, इस फैसले पर पुनर्विचार के लिए दायर याचिकाओं पर 7 जजों की बड़ी बेंच सुनवाई करेगी।

इससे पहले तृप्ति ने 16 नवंबर को कहा था कि सरकार ने महिलाओं को सुरक्षा नहीं देने की बात कही थी, इसीलिए वे बिना सुरक्षा के सबरीमाला जा रही हैं। अब पुलिस के द्वारा उन्हें रोका जा रहा है। सरकार पूरी तरह से महिलाओं के खिलाफ काम कर रही है। उन्होंने कहा था कि 2018 में सबरीमाला पर दिए फैसले पर कोई रोक नहीं लगाई है। सरकार हमें सुरक्षा मुहैया कराए या नहीं, हम 20 नवंबर के बाद वहां जाएंगे। जो यह कहते हैं कि हमें पुलिस सुरक्षा के लिए कोर्ट से आदेश लाना चाहिए। वे कोर्ट के आदेश का उल्लंघन कर रहे हैं।

वही केरल के देवास्वोम मंत्री कडकमपल्ली सुरेंद्रन ने कहा कि अगर कोई महिला सबरीमाला तक जाने के लिए पुलिस सुरक्षा चाहती है तो उसे कोर्ट का आदेश लाना होगा। मंत्री सुरेंद्रन ने स्पष्ट किया कि इस बार राज्य सरकार उन महिलाओं को किसी तरह की रियायत नहीं देगी, जो पहले ही मंदिर जाने का मन बना चुकी हैं। उन्होंने कहा कि सरकार इस साल सामाजिक कार्यकर्ताओं को किसी भी तरह के ऐक्टिविजम की इजाजत नहीं देगी। तृप्ति देसाई जैसे लोग इसे अपनी ताकत दिखाने के मौके के तौर पर न देखें। सबरीमाला ऐसे ड्रामों को दिखाने की जगह नहीं है।