शिक्षक भर्ती घोटाले में तृणमूल मंत्री के बंगाल आवास पर छापेमारी

नई दिल्ली। प्रवर्तन निदेशालय की एक टीम ने शुक्रवार को पश्चिम बंगाल और तृणमूल कांग्रेस के मंत्री चंद्रनाथ सिन्हा के बीरभूम जिले स्थित आवास पर छापेमारी की। ये छापेमारी शिक्षक भर्ती घोटाले के सिलसिले में की जा रही है।

जानकारी के मुताबिक, प्रवर्तन निदेशालय की पांच सदस्यीय टीम ने सुबह करीब 9.10 बजे छापेमारी शुरू की। जब छापेमारी शुरू हुई तो कथित तौर पर चंद्रनाथ सिंह अपने घर पर मौजूद नहीं थे। मामले को लेकर कोलकाता में भी छापेमारी चल रही है।

इंडिया टुडे के अनुसार, प्रवर्तन निदेशालय के सूत्रों ने बताया कि शिक्षक भर्ती घोटाले में कई करोड़ रुपये का लेनदेन किया गया था, और उनका मानना है कि कई करोड़ रुपये अलग-अलग स्थानों पर स्थानांतरित किए गए थे और अभी भी बरामद नहीं हुए हैं।

8 मार्च को प्रवर्तन निदेशालय की एक टीम ने घोटाला मामले में राज्य के उत्तर 24 परगना जिले के दम दम शहर समेत कई स्थानों पर छापेमारी की थी। इससे पहले घोटाला मामले में पश्चिम बंगाल के पूर्व शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी समेत शिक्षा विभाग से जुड़े अन्य लोगों को गिरफ्तार किया गया था।



क्या है शिक्षक भर्ती घोटाला?

मई 2022 में, सीबीआई को 2014 और 2021 के बीच पश्चिम बंगाल स्कूल सेवा आयोग (एसएससी) और पश्चिम बंगाल माध्यमिक शिक्षा बोर्ड द्वारा गैर-शिक्षण कर्मचारियों (समूह सी और डी) और शिक्षण कर्मचारियों की नियुक्ति की जांच करने का निर्देश दिया गया था।

चयन परीक्षा में असफल होने के बाद नौकरी पाने के लिए नियुक्त लोगों ने कथित तौर पर 5 लाख रुपये से 15 लाख रुपये तक की रिश्वत दी थी।

सीबीआई के अनुसार, 2014 और 2021 के बीच राज्य भर के सरकारी स्कूलों में शिक्षकों और कर्मचारियों के रूप में नौकरी पाने के लिए नौकरी के इच्छुक उम्मीदवारों से तृणमूल कांग्रेस के नेताओं द्वारा कथित तौर पर 100 करोड़ रुपये से अधिक जुटाए गए।