भरतपुर : बैंक सर्वर में खराबी के कारण बच गए लाखों रुपए, ऑनलाइन ठगों के मंसूबे नहीं हुए पूरे

कई शातिर ऑनलाइन ठगी कर लोगों के खाते से रूपए निकाल लेते हैं। इसका एक मामला सामना आया भरतपुर से जहां बैंक सर्वर में खराबी के कारण ऑनलाइन ठगों के मंसूबे पूरे नहीं हो पाए और शिक्षक के लाखों रुपए बच गए। बैंक खाते की केवाईसी अपडेट करने के नाम पर ऑनलाइन ठगों ने पहले बैंक पासबुक की आईडी ली। फिर रिटायर्ड अध्यापक की 8 लाख रुपए की एफडी तोड़ी। फिर दो बार में करीब 4 लाख रुपए निकालने का ट्रांजेक्शन भी कर लिया। लेकिन, तभी सर्वर में खराबी आने से ट्रांजेक्शन पूरा नहीं हो पाया। इस तरह शिक्षक के 8 लाख रुपए बच गए।

मोबाइल पर पैसे निकालने के मैसेज से परेशान शिक्षक जब बैंक पहुंचा तो वास्तवकिता पता चली। अटलबंध थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है। 72 वर्षीय देवदत्त शर्मा ने कहा है कि 3 मई को शाम करीब 7 बजे उनके मोबाइल पर फोन आया। कॉल करने वाले ने खुद को आईसीआईसीआई बैंक का मैनेजर बताकर खाते की केवाईसी के लिए पासबुक का आईडी नंबर ले लिया। 4 मई को उसके मोबाइल एक मैसेज में खाते से 1।98 लाख रुपए और दूसरे में 1।99 लाख रुपए निकालने की सूचना थी। जब बैंक में जाकर बात की तो पता चला कि 8 लाख रुपए की एफडी बदमाशों ने तोड़ दी है। उसमें से करीब 4 लाख रुपए की राशि निकालने का प्रयास किया।

देवदत्त शर्मा ने बताया कि 5 मई को उनके पास फिर दो मैसेज आए। वे समझे कि ठगों ने उनके खाते से दुबारा रुपए निकाल लिए हैं। वे बैंक में गए। मैनेजर को नए मैसेज बताए तो उन्होंने बताया कि ठग खाते से रुपयों की निकासी ही नहीं कर पाए थे। जिस समय ठग रुपए निकालने की कोशिश कर रहे थे, तभी सर्वर में तकनीकी खराबी आ गई थी। इससे उनके ट्रांजेक्शन पूरे नहीं हुए थे। इसलिए आपका पैसा बच गया।