सीकर : पकड़ा गया बेरोजगारों से लाखों रूपये ऐंठने वाला ठग, रेलवे ग्रुप डी में भर्ती का दिया था झांसा

कई शातिर परीक्षा के नाम पर ठगी करते हैं। इसका एक अपराधी पकड़ में आया सीकर में जिसने रेलवे के डी ग्रुप में भर्ती कराने के नाम पर बेरोजगारों से लाखों रूपये ऐंठे हैं। पुलिस ने उसे कोर्ट में पेशकर चार दिन के पुलिस रिमांड पर लिया है। पुलिस का कहना है कि कुछ पीड़ित ने थाने पर भी संपर्क किया है। वे अपने दस्तावेज ले आएंगे तो मुकदमा दर्ज कर लेंगे। फिलहाल नीमकाथाना सदर पुलिस के पास तीन मामले दर्ज है। जबकि गिरफ्तारी की जानकारी लगते ही कई पीड़ित थाने पहुंच रहे है। पुलिस का मानना है कि जिस तरह से पीड़ित थाने पहुंच रहे हैं उससे कई दिनों से वारदात करने की जानकारी आ रही है।

थानाधिकारी लालसिंह ने बताया कि पकड़ा गया शातिर कैलाशचंद यादव अंतरिक्ष होटल के पीछे नीमकाथाना में परिवार के साथ रहता है। वह लुधियाना में मिलट्री कैंटिन चलाता है। 13 नवंबर को तिवाड़ी का बास निवासी रामनिवास यादव, हंसराज यादव और सुरेश कुमार ने लिखित शिकायत दी कि रेलवे में अफसरों से जान पहचान बताकर ग्रुप डी में भर्ती कराने के नाम पर तीनों से 20 लाख 50 हजार रुपए ले लिए। इतना ही नहीं फर्जी नियुक्ति पत्र देकर पीड़ितों की तीन महीने की ट्रेनिंग भी करवाई, लेकिन बाद में जब उनको कहीं नौकरी नहीं लगी तो उलाहना दिया।

नजदीकी होने के कारण आरोपी कैलाश ने 5 लाख 50 हजार रुपए लौटा दिए। पुलिस ने नियुक्ति पत्रों की जांच की तो वे फर्जी मिले। इसके बाद पुलिस ने आरोपी को तलाश कर गिरफ्तार कर लिया। थानाधिकारी ने बताया कि कैलाश पहले यहां के बेरोजगारों को आर्मी में भर्ती कराने की कहकर रुपए लेता था, लेकिन कोई शिकायत नहीं मिली थी। रेलवे में फर्जीवाड़े के बारे में पूछने पर कैलाश ने बताया कि​ जो नौकरी लगवाते थे रुपए उनतक पहुंचाने का काम करता था। इस फर्जीवाड़े का खुलासा हो गया है जिसके कारण मामले की जांच दिल्ली में सीबीआई कर रही है। शिकायत के बाद एक केस आरोपी के खिलाफ खंडेला थाने में भी सामने आया है।