दिल्ली : काम मंदा चलने पर ऑनलाइन बेचने लगा झपटमारी के मोबाइल, शख्स पुलिस की गिरफ्त में आरोपी

लॉकडाउन के बाद से ही लोगों के काम में कमी आई हैं और उन्हें आर्थिक परेशानियों का सामना करना पड़ रहा हैं। ऐसे में अक्सर लोग गलत तरीका अपनाने लगते हैं। ऐसा ही कुछ देखने को मिला दिल्ली में जहां लॉकडाउन के बाद से शख्स का काम मंदा चल रहा था और उसने अपराध का रास्ता अपनाया। शख्स ने झपटमारी के मोबाइल ऑनलाइन बेचने का अपराध करना शुरू कर दिया। पुलिस ने इंटीरियर डेकोरेटर को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने इसके निशानदेही पर दो झपटमारों को भी गिरफ्तार कर लिया है। इनके कब्जे से पुलिस ने चार मोबाइल फोन बरामद किए हैं।

जिला पुलिस उपायुक्त ऐंटो अल्फोंस ने बताया कि गिरफ्तार इंटीरियर डेकोरेटर की पहचान नजफगढ़ निवासी मोहम्मद अर्श (24) के रूप में हुई है जबकि झपटमारों की पहचान नजफगढ निवासी जितेंद्र (25) और मोहम्मद हुसैन (21) के रूप में हुई है। इनकी गिरफ्तारी से पुलिस ने दो मामले सुलझाने का दावा किया गया है। द्वारका के एसीपी राजेंद्र सिंह के देखरेख में द्वारका नार्थ थाना प्रभारी विजेंद्र सिंह व उनकी टीम झपटमारी के मामलों की जांच कर रही थी। सर्विलांस पर रखे गए एक फोन का लोकेशन राणाजी एंक्लेव इलाके में आया। पुलिस टीम ने वहां पहुंचकर मोहम्मद अर्श को गिरफ्तार कर लिया। उसके पास से दो मोबाइल फोन मिले।

पूछताछ में अर्श ने बताया कि वह दसवीं पास है और इंटीरियर डेकोरेटर का काम करता है। लॉकडाउन के दौरान उसका काम मंदा चल रहा था। इसी दौरान उसकी मुलाकात इलाके में रहने वाले झपटमारों तारक, सलीम और जितेंद्र से हुई। उनलोगों ने भी बताया कि लॉकडाउन में झपटमारी का मोबाइल बेचने में दिक्कत हो रही है। अर्श ने कहा कि वह झपटमारी वाला मोबाइल उन्हें लाकर दें, जिसे वह ऑनलाइन बेचेगा। अर्श ने ओएलएक्स पर अपना अकाउंट बनाया और करीब एक दर्जन मोबाइल फोन को बेच दिया। जितेंद्र और हुसैन ने बताया कि वह नशे के आदी हैं और झपटमारी की वारदात को अंजाम देते हैं। तारक उन्हें वारदात को अंजाम देने के लिए बाइक व स्कूटी मुहैया करता है। पुलिस के मुताबिक जितेंद्र पर पहले से तीन मामले दर्ज हैं। पुलिस गैंग के अन्य सहयोगियों की तलाश कर रही है।